यह भी पढ़ेंं: यूपी में इस हाईवे के बनने के बाद यह एरिया हो जाएगा हाईटेक साद मियां खान ने बताया की वह आईपीएस अधिकारी बनना चाहते है। लेकिन इस रैंक पर उन्हें आईएएस मिलना लगभग तय माना जा रहा है। साद के पिता रईस अहमद मुज़फ्फरनगर में सहायक निर्वाचन अधिकारी के पद से रिटायर्ड हो चुके है। 2007 में साद ने बिजनौर सेंट मेरी स्कूल से इंटर की परीक्षा पास की थी। इंटर की परीक्षा पास करने के बाद कानपुर चले गए और उन्होंने 2012 में हरकोर्ट बटलर टेक्नोलॉजी इंस्टिट्यूट से बीटेक सिविल इंजीनियरिंग की। अपने निजी निवास आकर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी में जुट गए। साद ने पांच बार प्रयास करने के बाद सफलता हासिल की है। सफलता के बाद जहां साद के पिता और मां बेहद खुश नजर आ रहे है। वहीं साद के दोस्त और मोहल्ले वाले उनके घर पहुंचकर उन्हें बंधाई और मिठाई खिला रहे है। यूपीएससी एग्जाम पास करने के बाद में हर कोई खुशी है। यहीं वजह है कि पूरी रात उनके घर में बधांई देने वालों का तांता लगा रहा।
यह भी पढ़ेंं: यूपी में इस हाईवे के बनने के बाद यह एरिया हो जाएगा हाईटेक साद मियां ने बताया कि आईपीएस अधिकारी बनने की चाहत की वजह से ही सिविल सेवा की तरफ रुझान हुआ था। उन्होंने बताया कि घर में ही रहरकर परीक्षा की तैयारी की थी। डेली 8 घंटे से अधिक पढ़ाई करते थे। उन्होंने बताया कि करंट अफयेर पर छात्रों की अच्छी पकड़ होनी चाहिए। यह भी सफलता के लिए जरुरी है। उन्होंने बताया कि यूपीएससी की तैयारी के दौरान पैरेंट्स का सहयोग मिला। तभी सक्सेस मिली है। उन्होंने बताया कि पैरेंट्स ने सदैव उनका साथ दिया है।