यह भी पढ़ें–कैराना में हारने पर मृगांका सिंह का बड़ा बयान, बोली मेरे खिलाफ हुई ये बड़ी साजिश, लखनऊ से दिल्ली तक मचा हड़कंप दरअसल बिजनौर नगर पालिका के चेयरमैन पति शमसाद ने आबकारी चौकी के इंस्पेक्टर पर पीड़ित से 10 हज़ार रुपये लेकर युवक को न छोड़ने का आरोप इंस्पेक्टर विजय सिंह पर लगाया है। शमसाद का आरोप है कि इंस्पेक्टर ने पीड़ित पक्ष के हाशिम को छोड़ने के लिये उनके सामने 10 हज़ार रुपये दिये थे। लेकिन जब पुलिस जीडी में हाशिम का नाम लिखकर उसे जेल भेजने लगी तो इंस्पेक्टर से रुपये वापस मांगे तो इंस्पेक्टर ने थाने में सभी पुलिस कर्मियों के सामने मेरे साथ बदतमीजी और मारपीट की।
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यूपी के इस शहर में लोगों ने मोदी सरकार को 2019 में दी गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी पीड़ित हाशिम के भाई हामिद ने बताया कि वो मिरदगा मोहल्ले के रहने वाले हैं। उनके भाई की लड़ाई 2 साल पहले नुमाइश ग्राउंड के रहने वाले विनोद नाम के युवक से हुई थी। जिसमें उसके भाई के वारंट के आधार पर आबकारी चौकी इंस्पेक्टर उनके भाई को पकड़कर चौकी ले आया और उसे छोड़ने के नाम पर 10 हज़ार रुपये ले लिए। लेकिन जब पुलिस उनके भाई को जेल भेजने लगी तो चेयरमैन पति ने इंस्पेक्टर से दिए हुए रुपयों की मांग कर दी। जिसके बाद गुस्से में उतारू दरोगा ने उनके साथ बदतमीजी और मारपीट कर दी।
यह भी देखें-60 साल पुराना पेड़ सड़क पर गिरा डेढ़ किलोमीटर लंबा जाम इस प्रकरण को लेकर बरहाल बिजनौर एसपी सिटी ने शिकायत के आधार पर इंस्पेक्टर विजय सिंह को चौकी से हटाकर एसपी उमेश कुमार द्वारा अग्रिम कार्रवाई करने की बात फोन पर बताई है। इस प्रकरण को लेकर जिले के आला अधिकारी अभी मीडिया के सामने आने से बच रहे हैं।