घंटों नोकझोक के बाद भी आरोपी पति ने दरवाजा नहीं खोला हालांकि यह इतना आसान नहीं था। पुलिस पीड़ित महिला को उसके ससुराल पहुंचाने पहुंची लेकिन प्रशासन की घंटों नोकझोक के बाद भी आरोपी पति और उसके परिजनों ने दरवाजा खोला। जिसके बाद पुलिस ने दरवाजा तोड़ने के लिए बुलडोजर का सहारा लिया। लेकिन इसी बीच खौफ के चलते ससुरालियों ने दरवाजा खोल दिया। जिसके बाद पुलिस ने महिला को ससुराल में छोड़कर बाकायदा सुरक्षा भी प्रदान कर दी है।
यह भी पढ़े – आजम खान के सपोर्ट में सपाइयों को नहीं मिली आंदोलन की मंजूरी, प्रशासन ने दिया ये तर्क दहेज में पांच लाख कैश की मांग गौरतलब है कि बिजनौर के हल्दौर इलाके के ग्राम हरिनगर में हरी सिंह ने अपनी बेटी नूतन मलिक की शादी एक मार्च 2017 को हिन्दू रीती रिवाज़ के तहत रोबिन से की थी। महिला के परिजनों का कहना है कि ससुरालवालों ने कुछ समय तक उनकी बेटी को सही से रखा लेकिन फिर वह दहेज में पांच लाख कैश की मांग करने लगे। दहेज की डिमांड पूरी न करने पर आरोपी पति रोबिन ने पत्नी को मारपीट कर घर से निकाल दिया। जिसके बाद मामला कोर्ट में पहुंचा।
बुलडोजर के डर से ससुरालियों ने खोला दरवाजा पहले तो आरोपी ससुरालियों ने बिजनौर कोर्ट के आदेश को अनसुना कर दिया। फिर पीड़ित पिता ने हाईकोर्ट का सहारा लिया। हाईकोर्ट के जज ने आदेश दिया कि किया पीड़ित महिला अपने वैवाहिक घर में रहेगी। साथ ही लोकल पुलिस सुरक्षा मुहैया कराईगी। जिसके बाद पुलिस पीड़ित महिला को साथ लेकर ससुराल पहुंची। यहां काफी हंगामे के बाद भी आरोपियों द्वारा दरवाजा न खोलने पर उसे तोड़ने के लिए बुलडोजर मंगाना पड़ां। बुलडोजर के डर से ससुरालियों ने दरवाजा खोल दिया। जिसके बाद महिला का ससुराल में प्रवेश हुआ।