दरअसल उम्मीद जताई जा रही थी कि बजट में किसानों को राहत मिलेगी। बजट पेश होने के बाद बिजनौर के किसान मायूस हैं। किसानों का कहना है कि इस बजट में किसानों की अनदेखी की गई है। इस बजट से किसानों को आस थी कि जैविक खादों सहित खेती से संबंधित अन्य चीजों पर जहां टैक्स की कमी होनी चाहिए। लेकिन इस बजट में किसानों को नहीं मिला है। जिससे कि किसानों को खेती में अब ज्यादा रुपया खर्च करना पड़ेगा। खेती से संबंधित सभी कृषि यंत्रों पर किसी भी तरह की कोई भी टैक्स की छूट नहीं दी गई है। जिससे कि किसानों को महंगे दामों पर कृषि यंत्र खरीदने पड़ेंगे।