निजातपुर निवासी मुस्लिम नहटौर के एक पावरलूम में बुनाई का काम करता था। सोमवार सुबह वह साइकिल से ड्यूटी पर जा रहा था। जैसे ही वह गांव से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर पहुंचा तो उसकी तबीयत बिगड़ गई। वह सड़क किनारे साइकिल खड़ी करके वहीं बैठ गया। सूचना मिलने पर परिजनों ने उसे चिकित्सक को दिखाया। हालत में सुधार होने पर चिकित्सक ने उसे घर भेज दिया। घर पहुंचने पर उसकी मौत हो गई।
इससे पहले पांच अक्तूबर को अहमद अली के दो बेटों की अलग-अलग अस्पतालों में मौत हो गई थी। उसके दोनों बेटे शाहरूम और नवाजिश चंडीगढ़ में रहकर ऑटो चलाते थे। परिजनों के अनुसार शाहरूम को तबीयत बिगड़ने पर पीजीआई चंडीगढ़ में भर्ती कराया गया था। वहीं नवाजिश की भी तबीयत खराब हो गई थी। उसे नूरपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पांच अक्तूबर को दिन में चंडीगढ़ में शाहरूम और रात्रि में नूरपुर में नवाजिश की मौत हो गई थी।