थाना लाइनपार जौनपुर के मुरादगंज के रहने वाले असलम की पुत्री सफिया खातून अपने मामा याद अली खान और मां के साथ 24 अप्रैल को नगीना देहात क्षेत्र की दरगाह पर जियारत के लिये आई थी। इसी दौरान अचानक से सफिया की तबियत बिगड़ गई। जहां पर नजीबाबाद के एक निजी डॉक्टर के यहां मृतिका का इलाज हुआ और 2 दिन पहले उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल बिजनौर में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतिका की मौत के बाद उनके घर वालों के पास लाश को जौनपुर ले जाने का रुपया नहीं था, जिसको लेकर मृतिका के घर वाले लाश को अस्पताल में रखकर रोने और चिल्लाने लगे। इसके बाद भी अस्पताल से कोई राहत नहीं मिलने पर वहाँ मौजूद लोगों ने चन्दा इक्कठा करके एम्बुलेंस कर शव और मृतिका के परिवार को जौनपुर भिजवाया।