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बिजनौर लोकसभा सीट से बसपा के सांसद मलूक नागर ने अपनी संसदीय क्षेत्र के बिजनौर-चांदपुर विधानसभा सहित मुजफ्फरनगर में लगने वाली विधानसभा पुरकाजी और मीरापुर सहित मेरठ जनपद में लगने वाली हस्तिनापुर विधानसभा के सभी नागरिकों के लिए बिजनौर जिला अधिकारी रमाकान्त पांडेय को 1.25 करोड़ रुपए का चेक अपनी सांसद निधि से दिया। इसके साथ ही सांसद ने ऐलान किया है कि अगर उनके संसदीय क्षेत्र में किसी की भी कोरोना से मौत होती है तो मृतक के परिजनों को 50-50 हज़ार रुपये कि सहायता राशि दी जाएगी।
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गौरतलब है देशभर में नेता अपने-अपने विधायक निधि या फिर सांससद निधि से कोरोना से निपटने के लिए फंड देकर वाहवाही लूट रह हैं, जबकि सच्चाई ये है कि ये नेता जनता का पैसा विकास के मद के बजाय कोरोना वायरस से फैली महामारी से निपटने के लिए दे रहे हैं। इसे लेकर समाज के जागरूक तबके में नाराजगी भी देखी जा रही है। लोगों का कहना है कि अगर कोई नेता कोरोना से निपटने के लिए मदद करना चाहता है तो जनता का पैसा नहीं, बल्कि अपनी सैलरी का पैसा दान करें। निधि का पैसा देकर जनता को गुमराह किया जा रहा है। इस संबंध में जब पत्रिका संवाददाता ने सांसद से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन नहीं उठाया और न ही बाद में कॉल बैक ही किया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि जब भी सांसद को किसी मदद के लिए फोन किया जाता है तो वे फोन नहीं उठाते हैं।