दोनों परिवार हैं खुश प्रेम विवाह का युवती के परिजनों ने विरोध किया तो महबूब वहां से भागकर बिजनौर आ गए थे। हालांकि, अब युवती के परिजनों से भी इस परिवार के संबंध मधुर हो चुके हैं। आज दोनों अपने परिवार के साथ खुश हैं। आर्टिकल 370 हटाने पर उन्होंने खुशी जाहिर की।
15 साल पुरानी है बात नजीबाबाद के मोहल्ला संतोमालन निवासी महबूब ने बताया कि 15 साल पहले वह कश्मीर में ठेके पर सेना के कैंप में कारपेंटर का काम करते थे। उस दौरान उनकी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में मझगांव निवासी अकबर की बेटी अतिका से आंखें चार हो गई थीं। दोनों का प्रेम परवान चढ़ा तो उन्होंने निकाह का फैसला ले लिया। अतिका के परिजनों के विरोध के चलते दोनों डरे हुए थे। उन्होंने सबकी नजरों से बचते हुए निकाह कर लिया। इसके बाद युवती अपने घर चली गई।
दोनों की होती रही बात महबूब का कहना है कि जब अतिका के परिजनों को इसका पता चला तो उन्होंने इसका विरोध किया। उन्होंने अतिका को साथ ले जाने से मना कर दिया। इसके बाद वह नजीबाबाद लौट आए। इस बीच दोनों की बात होती रही। कुछ दिन बाद ही कश्मीर की पुलिस भी नजीबाबाद आ पहुंची। पुलिसकर्मी महबूब को पकड़ने में नाकाम रहे। धीरे-धीरे समय बीता तो पुराने जख्म भरने लगे। करीब 6 साल पहले महबूब की उनके ससुराल वालों से बात होनी शुरू हो गई। फिर दोनों परिवार के बीच हालात सामान्य हुए तो अतिका भी नजीबाबाद आ गई।
चार बच्चे हैं दोनों के महबूब ने बताया कि उनके चार बच्चे हैं। एक बड़ा बेटा और तीन बेटियां हैं। वह अपने परिवार के साथ खुश हैं। महबूब ने बताया कि आर्टिकल 370 हटने पर खुशी का माहौल है। वह भी बहुत खुश हैं। अब आर्टिकल 370 खत्म होने की खबर मिली तो अतिका ने भी खुशी जताई। उनका कहना है कि अब खौफ का मौहाल खत्म हो जाएगा।
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