बता दें कि परवेंद्र पुत्र चंद्र प्रकाश की रविवार देर शाम गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वह अपनी बाइक पर सवार होकर घर लौट रहा था, तभी अज्ञात हमलावरों ने उसे गोलियों से भून दिया। शुरुआत में पुलिस ने घटना को संदिग्ध मानते हुए जांच शुरू की थी, लेकिन मृतक की मां ने पत्नी और प्रेमी पर हत्या का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया।
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि मृतक की पत्नी प्रीति और संजय की करीब 12-13 साल पुरानी दोस्ती थी। दोनों में काफी समय से संपर्क था, और करीब 9-10 महीने पहले प्रीति अपने बेटे की दवा लेने संजय के क्लीनिक पर आई थी, जहां उन्होंने एक दूसरे का नंबर लिया और बातचीत शुरू की। इस दौरान प्रीति ने संजय को बताया कि उसका पति परवेंद्र शराब पीकर उसे मारता था, जिसके कारण वह मानसिक रूप से परेशान थी।
इसके बाद संजय ने प्रीति से कहा कि वह अपने पति को छोड़कर उसके पास आ जाए। 16 अक्टूबर को प्रीति अपने बेटे के साथ संजय के पास चली आई थी, लेकिन परिवार के लोगों को इसका पता चलने पर उसे वापस भेज दिया गया। इसके बाद दोनों के बीच फिर से संपर्क हुआ और मिलकर परविंदर को मारने की साजिश रच ली गई।
यह भी पढ़ें