बता दें कि कुछ दिन पहले ही पोर्टा केबिन से आगजनी का मामला प्रकाश में आया था। इस घटना में 4 साल बच्ची की मौत हो गई थी। वहीं अब नाबालिग छात्रा के द्वारा बच्चे को जन्म देने के मामले ने अधिकारियों के होश उड़ा दिए हैं। वहीं इस मामले में कई सवाल खड़े हो रहे हैंं।
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Minor Girl Becomes Mother : मिली जानकारी के मुताबिक, देर रात आवासीय विद्यालय में नाबालिग छात्रा के पेट में अचानक असहनीय दर्द हुआ। इसकी जानकरी वहां मौजूद अन्य बच्चों ने स्टाफ को दी। इलाज के लिए उसे पास के अस्पताल ले जाया गया। जहां जांच के बाद चिकित्सकों ने लड़की का प्रसव कराया। फिलहाल जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ है। अब सवाल यह है कि जब लड़की गर्भवती थी तो कैसे किसी को पता नहीं चला। अब प्रवस के बाद मामला सामने आया है। संभावना जताई जा रही है कि इसमें कई अधिकारी और कर्मचारी मिले हुए हैं वहीं मामले को दबाने की भी कोशिश की गई। वहीं इस घटना के बाद से जिले भर में संचालित आवासीय विद्यालयों की व्यवस्थाओं पर सवाल उठने लगे है। डीईओ (Breking News) B.R. बघेल ने कहा कि जानकारी मिली है,और वस्तुस्थिति जानने गंगालूर जा रहे हैं। हालांकि छात्रा गर्भवती कैसे हुई? मामले पर कड़ी कार्रवाई करते हुए कलेक्टर अनुराग पाण्डेय ने अधीक्षिका अंशु मिंज पर लापरवाही बरतने पर तत्काल प्रभाव से उन्हें निलंबित किया है।