भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे सुदर्शन…
यहां पर विश्व के कई देशों से सैंड आर्टिस्ट आएंगे। सुदर्शन भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। पटनायक का कहना है कि उन्हें खुशी है कि उन्हें इस सम्मान से चयनित किया गया है। सुदर्शन पटनायक अब तक 60 विश्वस्तरीय सैंड आर्ट प्रतियोगिताओं में भाग ले चुके हैं।
कई अवार्ड किए अपने नाम…
पटनायक कई प्रतियोगिताएं जीत चुके है। पटनायक ने अमेरिका के बोस्टन शहर में आयोजित इंटरनेशनल सैंड स्कल्पटिंग (अंतर्राष्ट्रीय रेतमूर्ति कला) चैम्पियनशिप 2019 पीपल्स च्वाइस अवार्ड जीता था। उन्होंने सेव दि ओशियन संदेश के साथ प्लास्टिक प्रदूषण पर एक रेत कला को उकेरा और इसी वजह से उन्हें यह अवार्ड मिला। इस महोत्सव की शुरुआत 26 जुलाई को हुई और समापन 28 जुलाई को हुआ। विश्व के 15 कलाकारों ने भाग लिया था।
इसी तरह सुदर्शन ने मास्को में आयोजित 9वें मास्को सैंड स्कप्लचर चैंपियनशिप में भारत के लिए स्वर्ण पदक हासिल किया था। पटनायक यह अवार्ड 15 फुट ऊंची अहिंसा और शांति का संदेश देती महात्मा गांधी की कलाकृति के लिए जीता था। इस प्रतियोगिता में दुनियाभर के 20 सैंड आर्टिस्ट आए थे। 15 अप्रैल 1977 को ओडिशा के पुरी में जन्मे सुदर्शन पटनायक कई अवार्ड जीत चुके हैं। कला के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए 2014 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
उन्हें 2008 में ओडिशा सरकार के द्वारा सारला अवार्ड से नवाजा गया। सुदर्शन रेत कलाकारी में 9 बार लिम्का बुक आफ रिकार्ड्स में अपना नाम दर्ज करा चुके हैं। वह पुरी में सुदर्शन सैंड आर्ट इंस्टीट्यूट भी चलाते हैं जहां सुदूरवर्ती क्षेत्रों से बच्चे सैंड आर्ट सीखने आते हैं।