कुत्तों के प्रति नकारात्मक अनुभव
क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ. राहुल शर्मा के अनुसार लोगों में साइनोफोबिया के लक्षण देखे जा रहे हैं। इसकी शुरुआत कुत्ते के साथ नकारात्मक अनुभव के कारण होती है। हालांकि इनमें कइयों को कभी कुत्ते ने काटा नहीं होता। मगर उनके अंदर एक अजीब सा डर बना रहता है।लक्षण
इसके वायरस शरीर में 1 से 3 महीने तक निष्क्रिय रह सकता है। इसका पहला संकेत बुखार का आना, घबराहट, पानी निगलने में दिक्कत, तेज सिरदर्द, घबराहट, बुरे सपने आना और अत्यधिक लार आना है।कब कितनी खपत
साल 2020 से 21 में 5 हजार 523 एंटी रैबीज वैक्सीन वायल की खपत हुई थी। जो साल 2021 से 22 में बढकऱ 7415 और साल 2022 से 23 में 10446 हो गई। इसके अलावा साल 2020 से 21 में केवल 5 वायल रैबीज इ्युनॉग्लोब्युलिन की खपत हुई थी। जो 2021 से 22 में बढकऱ 51 और साल 2023 से 24 में 65 वायल तक पहुंच गई है। बच्चों को ट्रेनिंग जरूरी राज्य पशु चिकित्सालय के संयुक्त संचालक डॉ. अजय रामटेके के अनुसार जानवरों के हमलों और कुत्तों के काटने से बचने के लिए स्कूली बच्चों को सबसे पहले ट्रेनिंग दी जानी चाहिए।