10 डिग्री से नीचे आ सकता है पारा
नवंबर महीने में न्यूनतम तापमान 10 से 15 डिग्री के बीच रह सकता है। वहीं, नवंबर महीने के अंत तक मध्यप्रदेश के कई जिलों में पारा रात के समय 10 डिग्री तक भी पहुंच सकता है। मौसम में बदलाव के कारण प्रदेश में कठाडे की ठंड पड़ने के आसार हैं। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार, जम्मू-कश्मीर और उससे सटे उत्तरी पाकिस्तान पर चक्रवाती परिसंचरण के रूप में पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है तथा इससे प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण कम चिह्नित हो गया है। एवं पूर्वोत्तर अरब सागर और दक्षिण गुजरात तट से सटे चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 2.1 किमी तक बना हुआ है।
नवंबर महीने में न्यूनतम तापमान 10 से 15 डिग्री के बीच रह सकता है। वहीं, नवंबर महीने के अंत तक मध्यप्रदेश के कई जिलों में पारा रात के समय 10 डिग्री तक भी पहुंच सकता है। मौसम में बदलाव के कारण प्रदेश में कठाडे की ठंड पड़ने के आसार हैं। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार, जम्मू-कश्मीर और उससे सटे उत्तरी पाकिस्तान पर चक्रवाती परिसंचरण के रूप में पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है तथा इससे प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण कम चिह्नित हो गया है। एवं पूर्वोत्तर अरब सागर और दक्षिण गुजरात तट से सटे चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 2.1 किमी तक बना हुआ है।
इन परिस्थितियों कारण उत्तर पश्चिमी मध्यप्रदेश की हवाओं का रुख उत्तर से पश्चिमी उत्तरी होने की संभावना हैं। आगामी 19 नवंबर तक मध्यप्रदेश का मौसम शुष्क रहने कि सभावना है। आगामी 48 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश हवा की गति बढ़ सकती। 2 से 3 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश एवं सटे भागों में न्यूनतम तापमानों में 2 से 4 डिग्री की गिरावट की संभावना है।
इस बार प्रदेश में हुई है भारी बारिश
मध्यप्रदेश में इस बार भारी बारिश हुई है। मालवा-निमाड़ में सबसे ज्यादा बारिश का असर देखने को मिला है। मौसम विभाग के अनुसार, राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के ज्यादातर जिलों में ठंड का असर दिखाई देगा। मौसम विज्ञान केन्द्र भोपाल के के अनुसार, जम्मू कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ तथा उत्तर पश्चिम राजस्थान में 1.5 किमी ऊपर वायुमंडल में चक्रवाती घेरे के कारण मध्यप्रदेश में भी हल्के बादल छा जाने से तापमान में आने वाली गिरावट थम गई है और न्यूनतम तापमान भी सामान्य से ज्यादा होने लगा है।