मुझे इंडियन पॉलिटिक्स पसंद नहीं है और में इसमें बिल्कुल भी नहीं पडऩा चाहता। मंगलवार को अन्नू कपूर भोपाल में आयोजित आईसेक्ट लिमिटेड की पहली एन्युअल रिपोर्ट, कौशल चैम्पियनशिप बुकलेट और थीम सॉन्ग के विमोचन कार्यक्रम में शामिल होने आये थे इस दौरान उन्होंने पत्रिका डॉट कॉम से विशेष बातचीत की।
49-ओ के बारे में पढ़ा तभी प्रण लिया था कि मैं वोट नहीं डालूंगा
अन्नू कपूर ने कहा कि मैं एक टैक्स पेयर हूं लेकिन अब मैं वोट नहीं करता। आखिरी बार कब वोट किया था ध्यान भी नहीं है। उन्होंने कहा कि जब मैंने इलेक्शन कोड-1961 की धारा 49-ओ के बारे में पढ़ा तभी प्रण लिया था कि मैं वोट नहीं डालूंगा। क्योंकि आज ईवीएम में मौजूद नोटा का ऑप्शन हमें वो अधिकार नहीं देता है। बैलेट पेपर की व्यवस्था में धारा 49-ओ हमें नेगेटिव वोटिंग का अधिकार देती थी। जिसमें मतदाता फॉर्म 17ए के तहत अपने चुनावी क्रम संख्या के जरिए नेगेटिव वोट डाल सकता था।
अब आप ही बताएं, किसी जगह अगर 50 प्रतिशत वोटर्स ने नोटा दबाया और 25 प्रतिशत ने वोट नहीं किया तो सिर्फ 25 प्रतिशत वोट लेकर किसी भी तरह का कैंडिडेट जीत जाता है। मैं स्वतंत्र भारत का नागरिक हूं, मुझे गुड, बैटर और बेस्ट में चुनाव करना है ना कि बैड, अगली और वर्स्ट में। आपको बताते चलें, देश में हरियाणा और महाराष्ट्र दो ऐसे राज्य हैं जहां स्थानीय निकाय चुनाव में राइट टू रिजेक्ट का प्रावधान है। यहां नोटा का प्रतिशत अधिक होने पर दोबारा चुनाव कराए जाते हैं।
अभी शैशवावस्था में है देश का प्रजातंत्र
वहीं इन दिनो राजनेताओं की बदजुबानी को लेकर अन्नू कपूर ने कहा कि अभी हमारे देश का प्रजातंत्र शैशवावस्था में है। यह भ्रष्ट लोगों का समाज है और नेता, राजनीति, फिल्म इंडस्ट्री उसका बाय प्रोडक्ट है। जब लोग सिर्फ नेताओं को गाली देते हैं तो मुझे फनी लगता है, दरअसल जनता ही भ्रष्ट है और वो चुनती भी भ्रष्ट लोगों को ही है। हमारा पूरा चुनाव धर्म, जाति सम्प्रदाय, अंचल की सीमा से बाहर निकल ही नहीं पाया है।