दरअसल, शुक्रवार रात को शहर के रविंद्र भवन के सामने से शिवराज सिंह चौहान का काफिला गुजर रहा था उसी दौरान वहां एक बाइक सवार डिवाइडर से टकराकर गिर गया, जिससे उसे गंभीर चोटें आईं। जैसे ही शिवराज की नजर सड़क पर पड़े घायल पर पड़ी तो उन्होंने तुरंत ही अपना काफिला रुकवा लिया और दौड़कर घायल युवक के पास पहुंच गए। यहां घायल के शरीर से खून बह रहा था, जिसकी परवाह किए बिना ही शिवराज ने उसे उठाया और अपनी ही पायलट कार चालक को निर्देश दिए की वो तत्काल उसे लेकर अस्पताल जाए। यहां शिवराज ने अपने साथ के लोगों के साथ मिलकर युवक को अपनी कार में बैठाया।
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सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
खासबात ये है कि, घायल युवक उस समय तक होश में था और शिवराज को अपने पास देखकर वो भी बोल पड़ा कि ‘मामा जी आप साथ हो न’। इसपर शिवराज सिंह चौहान ने भी भावुक आवाज में घायल को जवाब दिया, ‘बेटा चिंता न करना मामा तुम्हारे साथ है।’ घायल युवक को उठाते समय शिवराज सिंह चौहान के हाथ और कपड़े भी खून से सन गए, इस दौरान जब उनके सहयोगियों ने उनके हाथ में लगा खून साफ करने की कोशिश की तो उन्होंने निर्देश दिया कि ‘मेरी छोड़ो पहले घायल का इलाज के लिए रवाना करने की फिक्र करो।
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पहले भी कई बार दिख चुका है शिवराज का मानवीय व्यव्हार
बता दें कि ये कोई पहली बार नहीं जब शिवराज सिंह चौहान का ऐसा मानवीय चेहरा सामने आया हो। इससे पहले मुख्यमंत्री रहते हुए भी वो कोई बार प्रोटोकॉल तोड़कर घायलों और जरूरतमंदों की मदद करते रहे हैं। पिछले दिनों वीआईपी रोड पर भी दुर्घटनाग्रस्त हुई कार में सवार युवकों की जान बचाने के लिए उन्होंने अपना काफिला रुकवाकर दौड़कर घायलों के पास पहुंच गए थे और उन्हें इलाज के लिए रवाना करवाया था। वहीं इस घटना से एक दिन पहले की ही बात करें तो उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था, जिसमें महिलाएं उन्हें भैय्या कहते हुए गले लगकर रो रही थीं। इस दौरान शिवराज भी भावुक हो गए थे।