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क्या है कोरोना वायरस?
कोरोना वायरस को हम वायरसों का समूह कह सकते हैं, जो आमतौर पर जानवरों में पाया जाता है। अमेरिका के डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CSD) के मुताबिक, कोरोना वायरस जानवरों के जरिये मनुष्यों में फैलने वाला एक संक्रमण है। ये वायरस मिडिल ईस्ट रेस्पारेट्री सिंड्रोम (MERS) और सेवल एक्यूट रेस्पाइरेट्री सिंड्रोम (SARS) से काफी मिलता है। ये दोनो वायरस भी जानलेवा ही माने जाते हैं।
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किस तरह फैलता है ये वायरस?
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के मुताबिक, कोरोना वायरस एक प्रकार का जूनोटिक है। जो मासाहार का सेवन करने से मनुष्यों में आता है। ये वायरस सबसे पहले जानवरों में फैलता है, फिर जानवरों से मनुष्यों में, फिर मनुष्यों से मनुष्यों में तेजी से फैल रहा है। सोशल मीडिया पर चीन की एक लड़की का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे चमगादड़ खाते दिखाया गया। साथ ही, दावा भी किया गया कि, लड़की को कोरोना वायरस चमगादड़ खाने से हुआ है। हालांकि, अब तक इसकी कोई आधिकािक पुष्टी नहीं है। वैसे ये जरूर कहा जा रहा है कि, कोरोना वायरस किसी भी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने, संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छीकने या हाथ मिलाने जैसे संपर्क में आने से फैलता है।
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कोरोना वायरस के लक्षण
अब तक की जांच में सामने आया कि, इस वायरस से ग्रस्त व्यक्ति को शुरुआत में तेजी से नाक बहने, खांसी, सिरदर्द, तेज बुखार होता है। जो सामान्य उपचार से ठीक नहीं होता। अब तक कोरोना वायरस का शिकार कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोग अधिक हुए हैं। यानी ये वायरस किसी भी स्थान पर सबसे पहले बुजुर्गों और बच्चों में फैल रहा है, इलाके में इसका प्रभाव बढ़ जाने पर ये किसी भी सामान्य व्यक्ति पर हावी हो सकता है। परेशानी बढ़ने पर पीड़ित को निमोनिया, फेफड़ों में सूजन, लगातार छींके आना, अस्थमा की समस्या हो सकती है।
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सावधानी ही उपचार है
बता दें कि, अब तक इस वायरस के इतना विक्राल रूप लेने के बावजूद ये स्पष्ट नहीं हुआ है कि, आखिरकार ये वायरस किस जानवर के जरिये इंसानों में फैल रहा है। यही कारण है कि, अब तक इसका कोई पर्याप्त उपचार नहीं बन पाया है। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि, फिलहाल इसका कोई पर्याप्त उपचार नहीं है इसलिए सावधानी को ही सबसे बहतर बचाव माना गया है। एक्सपर्ट्स की सलाह है कि, किसी भी बीमार, जुकाम, निमोनिया से ग्रस्त व्यक्ति के संपर्क में आने से बचना ही समझदारी होगी। हो सके तो घर से बाहर निकलते समय मास्क पहनें। साथ ही, घर में जब भी लौटें अच्छी तरह अपने मूंह-हाथ धो लें।