भोपाल

बड़ी से बड़ी लाइलाज बीमारी को सही कर देता है ‘योग आसन’, रिजल्ट देखकर चौंक जाएंगे आप

योगाभ्यास न केवल शारीरिक क्षमता बल्कि आपके दृढ़ संकल्प की भी परीक्षा लेता है…..

भोपालApr 27, 2023 / 04:20 pm

Astha Awasthi

yoga

भोपाल। योग आसन शरीर, मन और आत्मा को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। शरीर और मन को शांत करने के लिए यह शारीरिक और मानसिक अनुशासन का एक संतुलन बनाता है। योग तनाव और चिंता का प्रबंधन करने में भी सहायक है। योग आसन शक्ति, शरीर में लचीलेपन और आत्मविश्वास विकसित करने के लिए जाना जाता है। योगाभ्यास न केवल शारीरिक क्षमता बल्कि आपके दृढ़ संकल्प की भी परीक्षा लेता है।

इसके परिणामस्वरूप, परासिम्पथैटिक (parasympathetic) तंत्रिका तंत्र आपके शरीर को आराम व शांति देता है। अनुकम्पी तन्त्रिका तंत्र शरीर की लड़ने की क्षमता से जुड़ा हुआ है, उसके सही कार्य संचालन के लिए लाइफस्टाइल एक्टिव बनाना जरूरी है। वरना मस्तिष्क में तनाव और शरीर में सूजन पैदा होने लगती है। गर्मी को मौसम में सभी को करने चाहिए ये योगासन…..

शीतली प्राणायाम

ध्यान के आसन में बैठकर आंखों को बंद करते हैं तथा चार से पांच गहरी लंबी श्वास लेकर सांसों पर ध्यान केंद्रित करते हैं। जीभ को मुंह से बाहर निकाल कर नलिका के रूप में मोड़ते हैं। फिर जीभ के बीच से मुंह के अंदर लंबा सांस लेते हैं। कुछ समय सांस अंदर रोकने के बाद दोनों नासा छिद्र से धीरे-धीरे सांस छोड़ देते हैं। यह प्राणायाम का एक चक्र हुआ। इस प्रकार कम से कम पांच मिनट अभ्यास करें।

शीतकारी प्राणायाम

ध्यान मुद्रा में बैठकर अपने ऊपर एवं नीचे के दांतों को आपस में मिलाकर दांतों के बीच से सी की ध्वनि करते हुए मुख से गहरा लंबा श्वांस लेते हैं। अपनी क्षमता अनुसार श्वांस रोकते हैं। इसके बाद दोनों नासा छिद्र से धीरे-धीरे छोड़ते हैं। यह प्राणायाम का एक चक्र होगा। इसे कम से कम पांच मिनट तक करना चाहिए। इसे सुबह-शाम भी कर सकते हैं।

चंद्रभेदी प्राणायाम

आप अपनी गर्दन, रीढ की हड्डी और कमर को साीधा रखें। दाएं हाथ के अंगूठे से दाएं नाक के छेद को बंद कर दें। अब बाई नाक से लम्बी व गहरी सांस लें। बाद में दाहिनी नाक से धीरे-धीरे सांस छोड़ें। इस प्रकार चन्द्रभेदी प्राणायम के दस चक्र पूरे करें। ये प्राणायम हमेशा खाली पेट करना चाहिए। लो ब्लड प्रेशर, दमा के रोगी इस प्राणायम से बचें।

ये भी फायदेमंद

योगनिद्रा एवं ध्यान का अभ्यास भी ग्रीष्म ऋतु में विशेष लाभदायक होता है। इससे हमारा शरीर और मन शांत रहता है तथा अनिद्रा के रोगियों को विशेष लाभ मिलता है।

मार्गदर्शन में करें

राजेश कुमार श्रीवास्तव, वरिष्ठ योग प्रशिक्षक, राज्य स्तरीय शासकीय योग प्रशिक्षण केंद्र भोपाल का कहना है कि क्रियाओं का अभ्यास योग ट्रेनर के मार्गदर्शन में करें। क्रियाओं के नियमित अभ्यास से गर्मी में तन एवं मन को शीतल एवं स्वस्थ रख सकते हैं तथा पूरे दिन शरीर को ऊर्जावान रखते हुए दैनिक कार्यों को कर सकते हैं।

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