मौसम का पूर्वानुमान देने वाली एक निजी एजेंसी द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार एक पश्चिमी विक्षोभ साइक्लोनिक सर्कुलेशन के रूप में जम्मू संभाग और पंजाब पर बना हुआ है। एक अन्य साइक्लोनिक सर्कुलेशन दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश और उसके आसपास है। यही नहीं एक ट्रफ रेखा दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश पर बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन से लेकर कर्नाटक तक देखी जा रही है। इसी के चलते मध्य भारत में एक बार फिर मौसम बदलने वाला है। मध्य भारत के विभिन्न हिस्सों में 9 से 12 फरवरी के बीच बड़े हिस्से में बारिश होगी।
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किसानों को फायदा पहुंचा सकती है हल्की बारिश
बीते 24 घंटों से मध्य प्रदेश में उत्तर भारत की तरफ से बर्फीली हवाओं के चलने का सिलसिला शुरु हुआ है। यही कारण है कि राजधानी भोपाल समेत बड़े हिस्से में एक बार फिर ठंड मेहसूस होने लगी है। मद्य प्रदेश मौसम विभाग द्वारा जारी अपडेट के मुताबिक, मध्य प्रदेश में 9 फरवरी से बादलों की आवाजाही शुरु हो जाएगी। इससेसूबे के कई हिस्सों में 9 से 12 फरवरी के बीच हल्की और मध्यम बारिश दर्ज की जाएगी। हालांकि, हल्की बारिश किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।
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इन जिलों में कोहरे का अलर्ट
मध्य प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में नौ फरवरी से पहले घने से ज्यादा घने कोहरे का प्रकोप देखा जा सकता है। इस संबंध में मौसम विभाग की ओर से यलो अलर्ट जारी किया गया है। उज्जैन, सीधी, सिंगरौली, उमरिया, रतलाम, मुरैना, मंदसौर, सीहोर, दतिया, नीमच, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, रायसेन, भिंड, छतरपुर, शाजापुर, नरसिंहपुर, निवाड़ी, टीकमगढ़ और शहडोल में सुबह के वक्त हल्के से मध्यम कोहरा छाए रहने की संभावना है। सर्द हवाएं चलने के कारण सूबे में दो दिन तक ठंड में बढ़ोतरी देखी जा सकती है। उसके बाद मौसम बदलने से तापमान में बढ़ोतरी होगी।