इस मान से पूरे मध्य प्रदेश में 20 से 24 लाख शादियां होंगी। बंपर विवाह समारोह से हम सब घरातीबराती बनेंगे और बाजार झूमकर नाच उठेगा। नाचे भी क्यों न, करीब 40 हजार करोड़ का व्यापार-व्यवसाय ज्वेलरी, कैटरिंग, होटल, गार्डन, हॉस्पिटैलिटी, क्लादिंग, फोटो-वीडियो ग्राफर, ब्यूटी पॉर्लर, इवेंट मैनेजमेंट, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल्स के साथ अन्य बाजारों में जमकर धूम-धड़ाका करेगा। अलग-अलग सेक्टर में 10 से 35% तक ज्यादा कारोबार दिखेगा।
तुलसी शालीग्राम विवाह के साथ मंगलवार से शादी और अन्य मांगलिक कार्यों का श्रीगणेश होगा। 8 महीने में 40 मुहूर्त यानी महीने में हर पांच दिन बाद एक शादी का मुहूर्त है। अबूझ मुहूर्त और पाती के लग्न अलग हैं।
मध्य प्रदेश में उभरता वेडिंग डेस्टिनेशन (Wedding Destination in mp)
मध्य प्रदेश तेजी से देश की वेडिंग इकोनॉमी का प्रमुख हिस्सा बन रहा है। यहां के ऐतिहासिक स्थल, प्राकृतिक खूबसूरती और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत आदर्श वेडिंग स्पॉट बना रहे हैं। देशभर के जोड़े राजस्थान, गोवा, केरल के साथ मप्र की ओर आकर्षित हो रहे हैं। उज्जैन, ओरछा, खंडवा, मांडू, खजुराहो, महेश्वर जैसे ऐतिहासिक स्थल के साथ ही महल आकर्षण का केंद्र हैं। मध्य प्रदेश में नवंबर 2024 से जून तक का समय वेडिंग इंडस्ट्री के लिए व्यस्त रहेगा।
शादियों के आयोजन से 40 हजार करोड़ से अधिक की वेडिंग इकोनॉमी बनेगी। प्रदेश में वेडिंग इकोनॉमी हर साल 20% की दर से बढ़ रही है। इंदौर, भोपाल, जबलपुर, उज्जैन में होने वाली शादियों से होटल और हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री को नई ऊंचाई मिलेगी।