रत्न एक्सपर्ट संदीप सोनी कहते हैं कि रत्नों का आपके जीवन पर बहुत असर पड़ता है। अक्सर लोग अपने जीवन में आ रही परेशानियों और मुश्किलों को दूर करने के लिए इन्हें धारण करते हैं। वहीं कुछ लोग प्रेम पाने, प्रेम विवाह करने के उद्देश्य से भी रत्न धारण करते हैं।
ये है प्रेम का प्रतीक रत्न
संदीप बताते हैं कि प्रेम का प्रतीक रत्न पुखराज को माना जाता है। पुखराज ग्रह गुरु का रत्न है। ये पीले रंग का होता है। जिसकी कुंडली में गुरु कमजोर होता है, उसके जीवन में प्रेम, प्रेम विवाह या सामान्य विवाह के योग बनने में दिक्कत आती है। ऐसे में गुरु को मजबूत करने के लिए पुखराज धारण किया जाता है।
इस दिन करें धारण
अगर आप किसी को अपना वेलेंटाइन बनाना चाहते हैं और चाहते हैं कि वो आपका प्रपोजल एक्सेप्ट कर ले, तो आपको गुरुवार के दिन पुखराज को धारण करना चाहिए।
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इस तरह धारण करें पुखराज
पुखराज को धारण करने के लिए आपको सुबह शुभ मुहूर्त में देव गुरु बृहस्पति की पूजा अर्चना विधिपूर्वक करनी होती है। इसके बाद ‘ऊं बृं बृहस्पतये नम:’ मंत्र का जाप करना होगा। उसके बाद पुखराज को अपनी तर्जनी अंगुली या इंडेक्स फिंगर में पहनना होगा।
ध्यान रखें ये 2 बात
1. जब भी आप पुखराज धारण कर रहे हैं तो इस तरह पहनें कि उसका एक हिस्सा आपकी अंगुली को टच कर रहा हो।
2. पुखराज या कोई भी रत्न धारण करने से पहले अपने ज्योतिष एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।