एमपी पुलिस द्वारा एप में अपडेट किये गए इस नए फीचर की मदद से किसी भी मुश्किल के समय में महिला द्वारा क्लिक करते ही डायल-100 के कंट्रोल रूम से तब तक महिला की निगरानी करेगी, जब तक वो अपनी जगह तक सुरक्षित न पहुंच जाए। हालांकि, विभागीय जानकारों की मानें, एप में इस नए फीचर के शुरू होने में करीब एक महीने का समय और लगेगा। फिलहाल, इसकी टेस्टिंग पर काम किया जा रहा है।
पढ़ें ये खास खबर- 3 दिन में दूसरी बार यहां बना ग्रीन कारिडोर, किडनी और लिवर से 3 लोगों को मिला नया जीवन
‘वॉच मी टिल सेफ डिस्टेंस’ फीचर रखेगा महिला पर नजर
मध्य प्रदेश पुलिस के दूरसंचार विभाग की ओर से महिलाओं की सुरक्षा के मद्देनजर 100 Dial हेल्पलाइन से सीधे तौर पर जोड़ा जा रहा है। एमपी पुलिस द्वारा एप में इस नए फीचर को ‘वॉच मी टिल सेफ डिस्टेंस’ नाम दिया है। महिलाएं इस फीचर का उस वक्त इस्तेमाल करेंगी, जब वो चाहेंगी कि, उनकी निगरानी की जाए। हालांकि, पुलिस की उस समय वहां पहुंचने की जरूरत न हो, बस उनपर पुलिस की नजर हो। इस फीचर पर क्लिक करते ही डायल-100 के कंट्रोल रूम से संबंधित महिला की उस समय तक निगरानी की जाएगी, जब तक वो सुरक्षित स्थान पर न पहुंच जाए।
इस तरह रखी जाएगी महिला पर नजर
दूरसंचार ADG एस.के झा के अनुसार, ‘वॉच मी टिल सेफ डिस्टेंस’ फीचर महिलाओं में सुरक्षा की दृष्टि से एक बेहतर कदम है, इससे मुश्किल की घड़ी में किसी भी महिला को ये यकीन होगा, कि उसकी सुरक्षा के लिये भी कोई नजर रखे हुए हैं। उन्होंने बताया कि, ये फीचर उस स्थिति के लिये है, जब महिला को लगे कि, वो जिस रास्ते से जा रही हैं, वहां खतरा है। ऐसी स्थिति में फीचर पर क्लिक करते ही महिला का मोबाइल नंबर डायल-100 के कंट्रोल रूम से जुड़ जाएगा। एप और मोबाइल के जरिये उसकी लोकेशन कंट्रोल रूम में दिखने लगेगी।
पढ़ें ये खास खबर- पुलिसकर्मी ने छुए भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के पैर, MP में राजनीतिक बवाल, जानिये मामला
संपर्क न होने की स्थिति में…
इस दौरान कंट्रोल रूम से महिला के रूट पर नजर रखी जाएगी। महिला का रूट अलग होने, किसी स्थान पर अधिक देर रुकने या निर्धारित अवधि में दूरी तय न होने की स्थिति में महिला से तुरंत संपर्क किया जाएगा। संपर्क होने के बाद भी निगरानी जारी रहेगी। लेकिन, अगर किसी महिला ने उस दौरान पुलिस का फोन नहीं उठाया, तो ऐसी स्थिति में पुलिस तत्काल ही मौके पर पहुंचेगी। निगरानी में शहर में लगे सीसीटीवी कैमरों की भी मदद ली जाएगी। साथ ही, एक पाइंट से अगले पाइंट पर खड़ी डायल-100 को भी इस संबंध में सूचित किया जाएगा। जैसे ही संबंधित महिला किसी सुरक्षित इलाकों और स्थान पर पहुंचेगी, उसकी निगरानी बंद कर दी जाएगी।
अभी करना होगा इंतजार
ADG एस.के झा के अनुसार, एप को तैयार करने से पहले देश में महिला अपराध की स्टडी भी की गई है। इसलिये इस फीचर को इस तरह तैयार किया गया है कि, इसे सिलेक्ट करते ही कुछ सेकंड का ऑडियो और वीडियो भी फोन में रिकॉर्ड हो जाएगा। कई बार महिलाएं वास्तविक स्थिति के बारे में बता नहीं पातीं। ऐसे में ऑडियो और वीडियो की रिकार्डिंग से महिला के मौके को समझने में मदद मिलेगी। झा के अनुसार, डायल-100 के लिए नए टेंडर भी होने हैं। इसलिए अभी जनता के लिए इसे लांच नहीं किया जा रहा। फिलहाल, इस एप का परीक्षण किया जा रहा है। जल्द ही इसे लांच किया जाएगा।
जानलेवा लापरवाही का LIVE VIDEO