भोपाल। मध्यप्रदेश में सरकारी भर्तियों में किस हद तक भ्रष्टाचार व्याप्त था, इसका सबसे सटीक उदाहरण व्यापमं घोटाला है। इस घोटाले पर से पर्दा उठते ही सियासत से लेकर नौकरशाही तक की जड़ें हिल गईं थीं। जिन्होंने ये घोटाला उजागर किया, वो भी आज भी इसकी परतें उधेड़ रहे हैं। इन्हीं में से व्हिसलब्लोअर हैं आनंद राय। खबर है कि आनंद अब राजनीति ज्वाइन कर रहे हैं। आनंद के रुख में अचानक आया बदलाव चौंकाने वाला है। आइए हम बताते हैं देशभर में मध्यप्रदेश की छवि को पलीता लगाने वाले व्यापमं घोटाले की कैसे शुरुआत हुई और इस घोटाले को उजागर करने वाले व्हिसलब्लोअर कौन-कौन हैं…. ये खबर भी पढ़ें…..ये हैं व्यापमं के 2530 आरोपी और 48 मौतों की असलीयत सबसे पहले ये समझें व्यापमं घोटाले में दो प्रकार का भ्रष्टाचार हुआ। पहला प्रवेश परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा और दूसरा भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी। मेडिकल प्रवेश के लिए अपात्र विद्यार्थियों को पास किया गया। इसके लिए परीक्षार्थियों ने कॉपियां ब्लैंक छोड़ी और बाद में गोले काले किए गए। पास होने वाले विद्यार्थियों को पीएमटी के जरिए मेडिकल सीटों पर प्रवेश मिला। वहीं परिवहन व संविदा शिक्षक भर्ती में अपात्रों की नौकरी लगी। ये खबर भी पढ़ें…..व्यापमं के व्हिसल ब्लोअर बनाएंगे नई पार्टी, इंदौर से लड़ेंगे चुनाव