पंडित जी बताते है कि किसी पुरुष के बाएं हाथ में दो विवाह रेखा हैं और दाएं हाथ में एक विवाह रेखा है तो ये शुभ संकेत माना जाता है। ऐसे पुरुषों की पत्नियां सर्वगुणसम्पन्न होती हैं। साथ ही अपने पति का बहुत ध्यान रखने वाली भी मानी जाती हैं। हथेली में कनिष्ठिका अंगुली के नीचे के भाग को बुध पर्वत कहते हैं। कई बार हाथ में दो विवाह रेखा भी हो सकती हैं। जानिए विवाह रेखा से जुड़ी कुछ खास बातें….
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– जिन लोगों के हाथ में विवाह रेखा साफ, स्पष्ट, बारीक और गहरी होती है ऐसी रेखा को हाथ में शुभ माना जाता है। वहीं अगर हाथ की रेखा साफ और कई जगह से टूटी हुई है तो इसे शुभ नहीं माना जाता। कहा जाता है कि ऐसे लोगों के वैवाहिक जीवन में परेशानियां आ सकती हैं।
– विवाह रेखा हृदय रेखा के पास है तो आपकी शादी 20 साल की उम्र से पहले हो सकती है। वहीं अगर आपकी विवाह रेखा छोटी अंगुली और हृदय रेखा के बीच में हैं तो आपकी शादी 22 वर्ष के बाद होने के संकेत है।
– जिन लोगों की विवाह रेखा सूर्य पर्वत की ओर जाती है तो माना जाता है इन लोगों का जीवन साथी समृद्ध और सम्पन्न परिवार से होगा। इन लोगों के जीवन में कोई परेशानी नहीं होगी।
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– जिन लड़कियों की विवाह रेखा की शुरुआत में यदि कोई द्वीप का निशान है तो उन लड़कियों को शादी में धोखा मिल सकता है। वहीं जिन लोगों के हाथ में विवाह रेखा सामान्य होती है तो उन लोगों का वैवाहिक जीवन सुखी रहेगा।
– दोनो हाथों में विवाह की रेखा के शुरू में दो शाखाये हो तो शादी के टूटने काडर होता हैं।