कांग्रेस ने मांगा इस्तीफा
नर्सिंग घोटाले पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग Vishwas Sarang के कार्यकाल में यह घोटाला हुआ है। नेता प्रतिपक्ष ने इस मामले में सारंग पर भी कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन यादव से मंत्री विश्वास सारंग Vishwas Sarang से इस्तीफा मांगने को कहा।
नर्सिंग घोटाले पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग Vishwas Sarang के कार्यकाल में यह घोटाला हुआ है। नेता प्रतिपक्ष ने इस मामले में सारंग पर भी कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन यादव से मंत्री विश्वास सारंग Vishwas Sarang से इस्तीफा मांगने को कहा।
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नर्सिंग घोटाले के सामने आने के बाद से ही कांग्रेस एक्शन में है। दो दिन पहले भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के मीडिया सलाहकार केके मिश्रा ने सीएम मोहन यादव से इस संबंध में सीधा सवाल किया था। कांग्रेस नेता मिश्रा ने इस संबंध में ट्वीट करते हुए पूछा था कि क्या मौजूदा मंत्रिमंडल में कार्यरत तत्कालीन चिकित्सा मंत्री विश्वास सारंग Vishwas Sarang पर भी बर्खास्तगी की गाज गिरेगी?
नर्सिंग घोटाले के सामने आने के बाद से ही कांग्रेस एक्शन में है। दो दिन पहले भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के मीडिया सलाहकार केके मिश्रा ने सीएम मोहन यादव से इस संबंध में सीधा सवाल किया था। कांग्रेस नेता मिश्रा ने इस संबंध में ट्वीट करते हुए पूछा था कि क्या मौजूदा मंत्रिमंडल में कार्यरत तत्कालीन चिकित्सा मंत्री विश्वास सारंग Vishwas Sarang पर भी बर्खास्तगी की गाज गिरेगी?
सीएम ने दिखाए सख्त तेवर
बता दें कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अनफिट नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता देने के मददगार अफसर और कर्मचारी को बर्खास्त करने के निर्देश दे चुके हैं। घोटाले की जांच में भ्रष्टाचार की बात सामने आने के बाद नर्सिंग काउंसिल के तत्कालीन रजिस्ट्रार और सचिव पर भी गाज गिरना तय है। सीएम ने नर्सिंग कॉलेजों के नए सिरे से सत्यापन करने के भी निर्देश दिए हैं।
बता दें कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अनफिट नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता देने के मददगार अफसर और कर्मचारी को बर्खास्त करने के निर्देश दे चुके हैं। घोटाले की जांच में भ्रष्टाचार की बात सामने आने के बाद नर्सिंग काउंसिल के तत्कालीन रजिस्ट्रार और सचिव पर भी गाज गिरना तय है। सीएम ने नर्सिंग कॉलेजों के नए सिरे से सत्यापन करने के भी निर्देश दिए हैं।
इसके अलावा राज्य में नर्सिंग में चल रही गड़बड़ी रोकने के लिए नया प्रादेशिक आयोग बनाने, रेगुलेटरी बॉडी बनाने और राज्यस्तरीय कॉमन प्रवेश परीक्षा के माध्यम से ही नर्सिंग कॉलेजों में दाखिला देने के निर्णय भी लिए गए हैं।