यहां तक की कुछ ज्योतिषों का ये भी मानना है कि यदि आप में काल्पसर्प योग है और आपका शुक्र मजबूत है तो ये आपको सरकारी नौकरी तक पहुंचा सकता है। पंडित सुनील शर्मा का कहना है कि ज्योतिष के मुताबिक शु्क्र मुख्य रूप से जीवन में कला, लालित, सौंदर्य, वैभव और विलासिता का ग्रह है। यदि कुंडली में शुक्र कमजोर है तो जीवन में नीरसता बढ़ जाती है।
शुक्र अपनी यात्रा के दौरान दिनांक 26-3-2018 से मीन राशि से निकलते हुए अब मेष राशि में प्रवेश कर गया है। यह शुक्र दिनांक 20-4-2018 की रात मेष राशि में 2.10 बजे तक रहेगा। लेकिन इसका सबसे ज्यादा प्रभाव 17 अप्रैल के बाद या उसके आसपास देखने को मिलेगा।
जानिये किस राशि पर पड़ेगा क्या प्रभाव… 1. मेष राशि:
मेष राशि में शुक्र दूसरे और सातवें भाव का स्वामी है। इसका भ्रमण आपकी राशि के पहले भाव से होगा। दिनांक 17 से 20 अप्रैल के बीच आपको दांपत्य जीवन, सार्वजनिक जीवन, निजी जीवन और साझेदारी के कामों में सावधान रहना होगा। जबकि 17 अप्रैल की अवधि में बहुत उपयोगी होगी। इस समय आप नई भागीदारी या अनुबंध संबंधी निर्णय ले सकते हैं।
मेष राशि में शुक्र दूसरे और सातवें भाव का स्वामी है। इसका भ्रमण आपकी राशि के पहले भाव से होगा। दिनांक 17 से 20 अप्रैल के बीच आपको दांपत्य जीवन, सार्वजनिक जीवन, निजी जीवन और साझेदारी के कामों में सावधान रहना होगा। जबकि 17 अप्रैल की अवधि में बहुत उपयोगी होगी। इस समय आप नई भागीदारी या अनुबंध संबंधी निर्णय ले सकते हैं।
2. वृषभ राशि:
शुक्र वृषभ के लोगों के लिए पहले और छठे भाव का मालिक बन जाता है। आपके राशि चक्र में इसका भ्रमण बारहवें स्थान से होगा। शुरुआत और अंतिम चरण में, आप में शारीरिक और मानसिक चिंता विशेष रूप से रहेगी। बीमार से रहेंगे। नौकरी या व्यवसाय पर कम ध्यान दे पाएंगे। आपके विलासिता में वृद्धि लक्जरी खर्च के रूप में होगी। नौकर–चाकर का सुख सामान्य मिलेगा। हालांकि, 17 अप्रैल तक आप इन सभी चीजों में बारहवें स्थान पर शुक्र के प्रभाव के तहत अच्छे परिणाम प्राप्त करेंगे।
शुक्र वृषभ के लोगों के लिए पहले और छठे भाव का मालिक बन जाता है। आपके राशि चक्र में इसका भ्रमण बारहवें स्थान से होगा। शुरुआत और अंतिम चरण में, आप में शारीरिक और मानसिक चिंता विशेष रूप से रहेगी। बीमार से रहेंगे। नौकरी या व्यवसाय पर कम ध्यान दे पाएंगे। आपके विलासिता में वृद्धि लक्जरी खर्च के रूप में होगी। नौकर–चाकर का सुख सामान्य मिलेगा। हालांकि, 17 अप्रैल तक आप इन सभी चीजों में बारहवें स्थान पर शुक्र के प्रभाव के तहत अच्छे परिणाम प्राप्त करेंगे।
3. मिथुन राशि :
यहां शुक्र आप के लिए पांचवें और बारहवें भाव का स्वामी बन जाता है। आपकी राशि चक्र के ग्यारहवें भाव में से इसके भ्रमण का मतलब है कि विशेष रूप से प्यार, रिश्ते, बच्चे, वित्त, शेर–सट्टे, लॉटरी, वायदा या मुद्रा बाजार में लेनदेन, खेल और धार्मिक मामलों में शुरुआत के और अंतिम चरण में मध्यम फल पाए जाने की संभावना है। जबकि 17 अप्रैल तक आप उत्कृष्ट फल की अपेक्षा कर सकते हैं।
यहां शुक्र आप के लिए पांचवें और बारहवें भाव का स्वामी बन जाता है। आपकी राशि चक्र के ग्यारहवें भाव में से इसके भ्रमण का मतलब है कि विशेष रूप से प्यार, रिश्ते, बच्चे, वित्त, शेर–सट्टे, लॉटरी, वायदा या मुद्रा बाजार में लेनदेन, खेल और धार्मिक मामलों में शुरुआत के और अंतिम चरण में मध्यम फल पाए जाने की संभावना है। जबकि 17 अप्रैल तक आप उत्कृष्ट फल की अपेक्षा कर सकते हैं।
4. कर्क राशि :
शुक्र गोचर 2018 की चर्चा को आगे बढ़ाते हुए अब हम कर्क राशि की बात करते हैं। कर्क राशि के लोगों के लिए शुक्र चौथे और ग्यारहवें भाव का स्वामी बन जाता है। आपका राशि से इसका भ्रमण दसवें स्थान से होगा। रियल एस्टेट या चल संपत्ति, मां, वाहन, उच्च शिक्षा, आर्थिक मामलों, दोस्तों के साथ संबंध, बड़े भाइयों के साथ संबंध आदि में 17 अप्रैल तक आपको अच्छे फल मिलेंगे।
शुक्र गोचर 2018 की चर्चा को आगे बढ़ाते हुए अब हम कर्क राशि की बात करते हैं। कर्क राशि के लोगों के लिए शुक्र चौथे और ग्यारहवें भाव का स्वामी बन जाता है। आपका राशि से इसका भ्रमण दसवें स्थान से होगा। रियल एस्टेट या चल संपत्ति, मां, वाहन, उच्च शिक्षा, आर्थिक मामलों, दोस्तों के साथ संबंध, बड़े भाइयों के साथ संबंध आदि में 17 अप्रैल तक आपको अच्छे फल मिलेंगे।
5. सिंह राशि :
आपकी राशि के लिए शुक्र पंचमेश व कर्मेश बनता है। आपकी राशि से नौवें स्थान में इसका भ्रमण आपके भाग्य पर असर डालेगा। विशेष रूप से आपके द्वारा किए गए कार्यों के आधार पर नियति की दृष्टि से शुक्र का गोचर आपके लिए महत्वपूर्ण हो जाएगा। 17 से 20 अप्रैल 2018 तक ये छोटे भाई–बहनों के साथ संबंधों, विविध प्रवृत्तियों में आपकी रुचि और सहभागिता, पिता के साथ संबंधों और प्रोफेशनल कार्यों में मध्यम परिणाम देगा। लेकिन 17 अप्रैल 2018 तक का समय बतायी गई इन चीजों में मजेदार कहा जा सकता है।
आपकी राशि के लिए शुक्र पंचमेश व कर्मेश बनता है। आपकी राशि से नौवें स्थान में इसका भ्रमण आपके भाग्य पर असर डालेगा। विशेष रूप से आपके द्वारा किए गए कार्यों के आधार पर नियति की दृष्टि से शुक्र का गोचर आपके लिए महत्वपूर्ण हो जाएगा। 17 से 20 अप्रैल 2018 तक ये छोटे भाई–बहनों के साथ संबंधों, विविध प्रवृत्तियों में आपकी रुचि और सहभागिता, पिता के साथ संबंधों और प्रोफेशनल कार्यों में मध्यम परिणाम देगा। लेकिन 17 अप्रैल 2018 तक का समय बतायी गई इन चीजों में मजेदार कहा जा सकता है।
6. कन्या राशि :
कन्या राशि के लिए शुक्र कुंडली के दूसरे और नौवें भाव का मालिक बन जाता है। आपकी राशि से अाठवें भाव से इसका भ्रमण होता है। आर्थिक और पारिवारिक मामलों, आपसे छोटे साला–साली, ननद–देवर, भाग्य–वृद्धि के अवसर, धार्मिक व्यय आदि के मामलों में अब 17 अप्रैल 2018 तक आपको इन मामलों में अच्छे परिणाम मिलेंगे और रिश्तों में भी समाधान निकलेगा। विवाहित लोग अपने साथी के बारे में थोड़ा चिंतित होंगे।
कन्या राशि के लिए शुक्र कुंडली के दूसरे और नौवें भाव का मालिक बन जाता है। आपकी राशि से अाठवें भाव से इसका भ्रमण होता है। आर्थिक और पारिवारिक मामलों, आपसे छोटे साला–साली, ननद–देवर, भाग्य–वृद्धि के अवसर, धार्मिक व्यय आदि के मामलों में अब 17 अप्रैल 2018 तक आपको इन मामलों में अच्छे परिणाम मिलेंगे और रिश्तों में भी समाधान निकलेगा। विवाहित लोग अपने साथी के बारे में थोड़ा चिंतित होंगे।
7. तुला राशि:
तुला राशि के जातकों के लिए शुक्र ग्रह (venus grah) पहले और आठवें भाव का स्वामी बन जाता है। यह आपकी राशि से सातवें स्थान से भ्रमण करता है। संपत्ति से संबंधित मामले, विपरीतलिंग के प्रति आकर्षण, साथी, स्वास्थ्य कल्याण, मानसिक और शारीरिक स्थिति, विरासत की मिल्कियतों आदि के मामले में 17 अप्रैल 2018 तक अच्छे फल की उम्मीद कर सकते हैं।
तुला राशि के जातकों के लिए शुक्र ग्रह (venus grah) पहले और आठवें भाव का स्वामी बन जाता है। यह आपकी राशि से सातवें स्थान से भ्रमण करता है। संपत्ति से संबंधित मामले, विपरीतलिंग के प्रति आकर्षण, साथी, स्वास्थ्य कल्याण, मानसिक और शारीरिक स्थिति, विरासत की मिल्कियतों आदि के मामले में 17 अप्रैल 2018 तक अच्छे फल की उम्मीद कर सकते हैं।
8. वृश्चिक राशि :
वृश्चिक राशि के लोगों के लिए, शुक्र सातवें और बारहवें भाव का मालिक बन जाता है। आपके राशि से छठे स्थान से इसका भ्रमण हो रहा है। दांपत्य जीवन और सार्वजनिक जीवन, भागीदारी के कार्यों, टीमवर्क के कार्यों कामकाज में सृजन शक्ति और कल्पना शक्ति, आकस्मिक खर्च वगैरह में सामान्य परिणाम मिलेंगे। हालांकि, आपको 20 अप्रैल तक काफी संभालना पड़ेगा। आपको अपनी देखरेख करने की जरूरत रहेगी।
वृश्चिक राशि के लोगों के लिए, शुक्र सातवें और बारहवें भाव का मालिक बन जाता है। आपके राशि से छठे स्थान से इसका भ्रमण हो रहा है। दांपत्य जीवन और सार्वजनिक जीवन, भागीदारी के कार्यों, टीमवर्क के कार्यों कामकाज में सृजन शक्ति और कल्पना शक्ति, आकस्मिक खर्च वगैरह में सामान्य परिणाम मिलेंगे। हालांकि, आपको 20 अप्रैल तक काफी संभालना पड़ेगा। आपको अपनी देखरेख करने की जरूरत रहेगी।
9.धनु राशि :
धनु राशि की कुंडली में शुक्र षष्ठेश और लाभेश बनता है। यह आपकी राशि से पंचम भाव यानी त्रिकोण स्थान से भ्रमण करता है। इन दिनों में आपमें रोमांटिक विचार बढ़ेंगे। बड़े भाई–बहन, शत्रु, आर्थिक मामलों, दोस्तों के साथ रिश्ते, नौकर–चाकर का सुख, ननिहाल के साथ संबंध, नौकरियों आदि में अब आप सर्वश्रेष्ठ परिणाम प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
धनु राशि की कुंडली में शुक्र षष्ठेश और लाभेश बनता है। यह आपकी राशि से पंचम भाव यानी त्रिकोण स्थान से भ्रमण करता है। इन दिनों में आपमें रोमांटिक विचार बढ़ेंगे। बड़े भाई–बहन, शत्रु, आर्थिक मामलों, दोस्तों के साथ रिश्ते, नौकर–चाकर का सुख, ननिहाल के साथ संबंध, नौकरियों आदि में अब आप सर्वश्रेष्ठ परिणाम प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
10. मकर राशि :
शुक्र मकर राशि की कुंडली में पांचवें और दसवें भाव का मालिक है। यह आपकी राशि से चौथे यानी सुख स्थान से होकर गुजर रहा है। यह समय आपके कर्म क्षेत्र, पिता के साथ संबंध, सत्ता, संतान, लॉटरी, सट्टे, शेयर बाजार, प्रेम संबंध और विद्या वगैरह के मामलों में 17 अप्रैल 2018 तक बेहतर रूप से फलदायी रहेगा।
शुक्र मकर राशि की कुंडली में पांचवें और दसवें भाव का मालिक है। यह आपकी राशि से चौथे यानी सुख स्थान से होकर गुजर रहा है। यह समय आपके कर्म क्षेत्र, पिता के साथ संबंध, सत्ता, संतान, लॉटरी, सट्टे, शेयर बाजार, प्रेम संबंध और विद्या वगैरह के मामलों में 17 अप्रैल 2018 तक बेहतर रूप से फलदायी रहेगा।
11. कुंभ राशि :
कुंभ राशि में शुक्र planet आपके लिए चौथे और आठवें भाव का मालिक बन जाता है। वर्तमान में तीसरे यानी पराक्रम के स्थान से यह गुजर रहा है। शुक्र के इस गोचर के कारण पिछले दिनों आप छोटे भाई बहन, नए साहस, दोस्तों, विभिन्न गतिविधियों, स्वास्थ्य, पुश्तैनी संपत्तियों आदि जैसे मामलों में मध्यम फल प्राप्त कर सके। शेष समय में आप एक उत्तम पुरस्कार की उम्मीद कर सकते हैं।
कुंभ राशि में शुक्र planet आपके लिए चौथे और आठवें भाव का मालिक बन जाता है। वर्तमान में तीसरे यानी पराक्रम के स्थान से यह गुजर रहा है। शुक्र के इस गोचर के कारण पिछले दिनों आप छोटे भाई बहन, नए साहस, दोस्तों, विभिन्न गतिविधियों, स्वास्थ्य, पुश्तैनी संपत्तियों आदि जैसे मामलों में मध्यम फल प्राप्त कर सके। शेष समय में आप एक उत्तम पुरस्कार की उम्मीद कर सकते हैं।
12. मीन राशि :
मेष राशि में शुक्र राशि परिवर्तन 2018 के तहत मीन राशि में शुक्र तीसरे और आठवें भाव का मालिक है। शुक्र आपकी राशि से दूसरे स्थान यानी धन स्थान से निकल रहा है। इस वजह से, आपके वित्त पर इसका प्रभाव विशेष रूप से देखने को मिलेगा। आप 17 से अप्रैल से 20 अप्रैल 2018 तक विभिन्न गतिविधियों में सामान्य रूचि लेंगे। इससे पहले छोटे भाइयों व बहनों के साथ रिश्ते मध्यम होंगे। स्वास्थ्य की थोड़ी बहुत ख्याल रखने की जरूरत है। वसीयत की संपत्ति के मुद्दों में कुछ बाधाएं भी हैं। हालांकि, 17 अप्रैल 2018 तक आपको अच्छे परिणाम मिलेंगे।
मेष राशि में शुक्र राशि परिवर्तन 2018 के तहत मीन राशि में शुक्र तीसरे और आठवें भाव का मालिक है। शुक्र आपकी राशि से दूसरे स्थान यानी धन स्थान से निकल रहा है। इस वजह से, आपके वित्त पर इसका प्रभाव विशेष रूप से देखने को मिलेगा। आप 17 से अप्रैल से 20 अप्रैल 2018 तक विभिन्न गतिविधियों में सामान्य रूचि लेंगे। इससे पहले छोटे भाइयों व बहनों के साथ रिश्ते मध्यम होंगे। स्वास्थ्य की थोड़ी बहुत ख्याल रखने की जरूरत है। वसीयत की संपत्ति के मुद्दों में कुछ बाधाएं भी हैं। हालांकि, 17 अप्रैल 2018 तक आपको अच्छे परिणाम मिलेंगे।