मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने शराबबंदी को लेकर अभियान छेड़ दिया है। इसी सिलसिले में उन्होंने रविवार को बीएचइएल क्षेत्र की एक शराब दुकान में रखी बोतलों पर पत्थर मारा था। इसके बाद शुक्रवार को उमा ने पत्थर मारने का कारण और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा का जिक्र करते हुए कई बातें कही हैं।
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‘शराब दुकानों के सामने खड़ी हो जाऊंगी, मेरा पूरा फोकस शराबबंदी है’
क्या है उमा के पत्र में
उमा ने सोमवार को यह पत्र मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को संबोधित करते हुए लिखा है। उन्होंने लिखा है कि नशे के लिए जागरूकता के लिए समाज पहल करे सरकार उसका साथ दे तथा शराबबंदी में सरकार पहल करे एवं समाज सरकार का साथ दें, क्योंकि शराब की दुकानें सरकार की सहमति से खुलती हैं, इसलिए शराबबंदी सरकार की ओर से और नशामुक्ति शराबमुक्ति के लिए अभियान समाज की ओर से होना चाहिए।
उमा ने लिखा है कि मैं 13 मार्च को महिलाओं के आग्रह पर भोपाल के बरखेड़ा पठानी के आजाद नगर में शराब की दुकान एवं अहाता देखने के लिए गई, वहां महिलाओं से जानकारी मिली की यह मजदूरों की बस्ती है यहां मंदिर है, स्कूल है वह तीन साल से इन शराब दुकानों को बंद करने के लिए धरना-प्रदर्शन कर रही हैं, प्रशासन भी आश्वासन देता है, लेकिन यह दुकानें बंद नहीं होती हैं। वहां कुछ महिलाओं ने उन्हें रोते हुए बताया कि यहां शराब पीकर शराब की दुकान के पीछे के रहवासी परिवारों की स्त्रियों एवं बच्चियों की तरफ लघुशंका कर लज्जित करते हैं।
उमा ने कहा कि मेरी प्रतिक्रिया स्वाभाविक थी। मैंने कर्मचारिोयं को दूर होने का कहा और फिर पूरी ताकत से एक पत्थर शराब की बोतलों पर दे मारा। उमा ने कहा कि मैं एक महिला हूं और रोती हुई महिलाओं के सम्मान की रक्षा में मैंने पूरी ताकत से एक पत्थर शराबकी बोतलों पर मारा है, क्योंकि वह दुकानें नियम विरुद्ध जगहों पर थीं। वह पत्थर जो मैंने मारा है, वह प्रदेश की स्त्रियों एवं बच्चियों के सम्मान के लिए मारा है।
दरअसल, दुकान में पत्थर फेंके पर सोशल मीडिया पर हल्ला मचा हुआ है। अनेक लोगों ने पत्थर फेंकने पर आपराधिक प्रकरण दर्ज होने की बात की थी। शराबदुकानें बंद करने के लिए कानूनी रास्ते होना चाहिए। उमा के इस एक्शन पर कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा ने लिखा था कि शराबबंदी का पक्षधर हूं, लेकिन क्या यह तरीका सही है। सलूजा ने इसी प्रकार से शराबबंदी के लिए कदम उठाने की मांग की थी।