पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती एक बार फिर शराबबंदी (liquor prohibition) को लेकर सक्रिय हो गई हैं। इसी सिलसिले में शुक्रवार को उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि मेरा फोकस मध्यप्रदेश में शराबबंदी है। कल शिवराजजी से मेरी मुलाकात हुई है। मुख्यमंत्री ने इसे जनजागृति से करने को कहा है।
शराब दुकानों के सामने खड़ी हो जाऊंगी
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बैरसिया के पास गुनगा गई थी तो शराब दुकान के सामने खड़ी हो गई। इतने में ही आसपास लोग आ गए और बोले दीदी दुकान बंद कराएं। ऐसे ही एक दिन भोपाल की किसी दुकान के सामने जाऊंगी और लोगों से पूछूंगी कि क्या आप शराब दुकान से खुश हैं। उमा ने कहा कि इस अभियान से कोई अटेंशन नहीं चाहिए, न लीडर बना है। शराबबंदी के अभियान को लेकर विधायकों से भी बात करूंगी।
यह राजनीतिक नहीं, सामाजिक अभियान
उमा ने कहा कि शिवराजजी, वीडी शर्मा बहुत अच्छे व्यक्ति हैं, सतगुणी लोग हैं। कांग्रेस के नेताओं ने कहा है कि वे मेरा समर्थन करेंगे, तो वो करें। यह राजनीतिक नहीं सामाजिक अभियान है। स्वास्थ्य और शिक्षा में देशभर में सुधार की जरूरत है। गरीब के मापदंड बदल गए हैं। पहले भोजन की चिंता थी। अंदर ही अंदर शराब बंदी पर काम कर रही थी, इस काम में यदि कांग्रेस साथ चलना चहती है तो चले। गुनगा से अभियान की शुरूआत कर चुकी हैं। 24-25 मार्च को फिर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करूंगी।
मुख्यमंत्री से मिलीं उमा
इससे पहले उमा भारती ने गुरुवार को शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने उमा से नशामुक्ति के लिए सरकार के जनजागरूकता अभियान में सहयोग करने का अनुरोध किया। इस बारे में चौहान ने ट्वीट कर कहा कि उमा भारती के निवास पर उनसे मुलाकात हुई। शराबबंदी एवं नशामुक्ति के संबंध में उनकी सामाजिक चिंताए हैं। शराबबंदी एवं नशामुक्ति के संबंध में उनसे अनुरोध किया है कि मध्यप्रदेश में नशामुक्त समाज के निर्माण के लिए सरकार, जनप्रतिनिधियों, नागरिकों और सामाजिक संस्थाओं के साथ जनजागरण अभियान चलाएगी। सीएम ने कहा कि उमा दीदी से अभियान में सहयोग करने की अपील की है। हम सब मिलकर एक स्वस्थ, संबल समाज के निर्माण और नशामुक्ति के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने नई शराबनीति की घोषणा की है। उमा लगातार प्रदेश में शराबबंदी की मांग उठा रही है। फरवरी में भी शराबबंदी के खिलाफ अभियान शुरू करने का ऐलान कर चुकी थी। लेकिन, उनके सक्रिय नहीं होने पर कांग्रेस के निशाने पर आ गई थी। गौरतलब है कि उमा इससे पहले तीन बार शराबबंदी के अभियान शुरू करने की तारीखों का ऐलान कर चुकी हैं, लेकिन अभियान अब तक शुरू नहीं किया है।
और क्या बोलीं उमा
उमा ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि मैंने कभी भाजपा को नहीं छोड़ा था, जब पार्टी से निकाला गया था, तब भी जो कारण बताकर मुझे निकाला गया था, वो गलत था। उमा ने कहा कि राष्ट्रवादऔर विकासवाद का ऐसा गठजोड़ तैयार हुआ है कि अब 10 से 20 साल तक कोई और भाजपा के मुकाबले में नहीं है।
जहां-जहां गई वहां मिली जीत
पांच राज्यों के चुनावों पर उमा ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि खुशी व्यक्त करती हूं कि सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है। मैं जहां-जहां गई वहां जीत मिली है। भारत अब भाजपामय हो रहा है। 2014 से नई आजादी का दौर चल रहा है और लंबा चलेगा।