उमा भारती ने सोमवार को ट्वीट के जरिए यह बयान जारी किया है। उमा भारती का बयान भारत जोड़ो यात्रा के अंतिम दिन आया है। यह यात्रा राहुल गांधी ने 7 सितंबर 2022 को कन्याकुमारी से शुरू की थी और 30 जनवरी 2023 को श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में खत्म हुई। इससे पहले रविवार को राहुल गांधी ने श्रीनगर के लाल चौक पर प्रियंका गांधी के साथ तिरंगा फहराया था। इसे लेकर उमा ने कहा कि राहुल गांधी के दादा नेहरूजी की गलतियों का हम साहस से निराकरण कर चुके हैं।
नई शराब नीति के लिए क्या बोलीं उमा भारती
उमा भारती मध्यप्रदेश में शराबबंदी की मांग को लेकर एक बार फिर सुर्खियों में हैं। उमा ने रविवार को भोपाल के अयोध्या बायपास के तीन दिन के कार्यक्रम पर कहा कि मेरे तीन दिन के प्रवास को प्लीज धरना मत कहिए। 31 जनवरी को नई शराब नीति घोषित हो सकती है। अविश्वास और आशंका का कोई कारण नहीं दिखता।
उमा ने कहा कि शारदेय नवरात्रियों में गांधी जयंती पर मेरे ही आग्रह पर मध्यप्रदेश सरकार की ओर से आयोजित कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने देश के गणमान्य संतों के सामने मध्यप्रदेश की शराबनीति में जनहितकारी बदलाव की घोषणा की है, तो मैं अविश्वास क्यों करूं। उमा भारती ने जनवरी में किए एक पत्र को दोबारा जारी कर कहा है कि जो मैंने नई शराबनीति में जो परिवर्तन के सुझाव दिए हैं, वह साझा कर रही हूं। मेरे दिल में था कि मैं कुछ दिनों अपना घर छोड़कर जंगलों, पहाड़ों, धार्मिक स्थानों के पास रहूं। भयानक ठंड पड़ी, मेरी व्यवस्था तो बहुत अच्छी होती थी, किन्तु सरकार की ओर से मेरी देखरेख में लगे पुलिस और प्रसासन के लोग कठिनाई में थे, इसलिए मैं कुछ दिन अमरकंटक रह कर जोशीमठ, हिमालय चली गई, अब 3 दिन यहां हूं और यह उसी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम का हिस्सा है।
मुझे सिर्फ आत्मसंतुष्टि चाहिए
भाजपा की फायर ब्रांड नेता मानी जाने वाली उमा भारती ने कहा कि मध्यप्रदेश में शराब नीति में बदलाव को लेकर मेरे सिद्धांत निष्ठ आग्रह से मुझे व्यक्तिगत तौर पर आत्मसंतुष्टि के अलावा कोई लाभ नहीं हो सकता। मैं राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद के अलावा बीजेपी संगठन के सभी महत्त्वपूर्ण पदो पर रह चुकी हूँ। अटलजी के सरकार में 6 साल एवं मोदी जी की सरकार में 5 साल कैबिनेट मंत्री रही। 6 बार सांसद एवं 2 बार विधायक रही।
किसी से टकराव नहीं
उमा ने कहा कि मै स्वयं बहुत चिंतित एवं सतर्क हूँ कि हमारी पार्टी, हमारी सरकार को मेरे इस प्रवास से किंचित मात्र भी हानि ना हो। शराब के विषय में मैंने जो कहा है उस पर मैं, शिवराजजी एवं वीडी शर्मा जी सहमत हैं, तो टकराव है ही नहीं। नई शराबनीति आने दीजिए, सबकुछ स्पष्ट हो जाएगा।
और क्या बोलीं उमा
2018 में मोदी जी के प्रधानमंत्रीत्व में जब में कैबिनेट मिनिस्टर थी एवं 57 साल की थी, तभी मैंने कह दिया कि मैं 5 साल कोई चुनाव नहीं लढ़ूँगी। 27 साल में पहली बार सांसद बनने से लेकर 57 साल की उम्र तक 30 साल में भाजपा के इतने व्यापक एवं विशाल होने के संघर्ष में मुझे तो जैसे झौंक दिया गया। मुझे बहुत प्यार, सम्मान एवं पद मिले हैं।
उमा भारती ने कहा कि आज भी जब मैं भाजपा की संगठन की बैठकों में जाती हूं तो वहाँ मौजूद सभी जो आदर एवं सम्मान मुझ पर बरसाते हैं, वह अद्वितीय एवं भगवान की कृपा है। शराबनीति पर बदलाव के मेरे आग्रह से मैं कुछ पाना चाहती हूं, ऐसा कहने वाले लोग या दुनिया के सबसे बड़े मूर्ख है या शरारती है।
किसी भी प्रकार के नशे के विरुद्ध अभियान हमारी पार्टी का हिस्सा है। फिर भी आपको याद होगा, मैंने ख़ुद ही सभी भाजपा के पदाधिकारी, सांसदों, विधायकों एवं मंत्रियों को आग्रह किया की आप सार्वजनिक तौर पर इसका समर्थन या विरोध करने के बजाय अपनी मर्यादा में रहते हुए पार्टी की अंदरूनी बैठकों में ही इसकी चर्चा करिए। इस अभियान में मेरे आसपास अराजनीतिक एवं सामाजिक लोग ही रह सके यह मैंने ही तय किया है। इससे मुझे आज़ादी की साँस लेने की छूट मिलती है।