उमा ने शुक्रवार को अपने ट्वीट में कहा कि कल से चैत्र नवरात्रि है, यह नौ दिन नारी शक्ति की पूजा का पर्व है। आज हमने मध्यप्रदेश में नई शराब नीति लागू की है, इसके जरिए ज्यादा शराब कैसे पिलाई जा सके, अहातों में ज्यादा शराब कैसे परोसी जा सके, इस व्यवस्था को निश्चित किया है। उमा ने अगले ट्वीट में कहा कि मध्यप्रदेश में जिसका सर्वत्र नारी शक्ति की तरफ से विरोध किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ और दिल्ली में भाजपा की प्रदेश इकाइयां शराब की नीति का विरोध करने के लिए सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
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मैं शर्मिंदा हूं
उमा ने कहा कि मैं एमपी में महिलाओं और बेटियों के साथ हूं, शराबखोरी के शिकार हो गए बेटों के लिए चिंतित हूं। उनकी इज्जत और जान पर खेलकर हम राजस्व कमा रहे हैं, इस पर शर्मिंदा भी हूं।
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उमा काफी समय पहले शराबबंदी के लिए अभियान चलाने की घोषणा कर चुकी हैं। पहले तीन बार अपने अभियान की तारीख बदली, इसके बाद 13 मार् को वे भोपाल के बीएचइएल इलाके में के बरखेड़ा में शराब दुकान पर पहुंची और बोतल को पत्थर मारा था। हालांकि इसी के दूसरे दिन सीएम को पत्र लिखकर इसकी मजबूरी भी बयां की थी।
लगातार विरोध कर रही हैं उमा
भाजपा की फायर ब्रांड नेता उमा भारती अपनी ही सरकार के इस फैसले के खिलाफ अब खुलकर मैदान में हैं। पिछले दिनों ही उन्होंने एक शराब दुकान में पत्थर मारकर शराब दुकान का विरोध किया था।
मध्यप्रदेश में तेल, दाल-चावल के दाम बढ़ रहे हैं, दवा महंगी हो गई है, लेकिन शराब सस्ती हो रही है। विदेशी शराब पर एक्साइज ड्यूटी तीन प्रतिशत कम कर दी है। प्रदेश में उत्पाद होने वाले अंगूर ससे बनी शराब पर कोई एक्साइज ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी। शराब दुकानों की संख्या भी पहले से बढ़ाई जाएगी। कुछ समय पहले ही मध्यप्रदेश की शिवराज कैबिनेट ने नई आबकारी नीति और हेरिटेज शराब नीति को मंजूरी दी है।
भाजपा विधायक भी विरोध में
इधर, उमा के साथ ही अपनी ही सरकार के खिलाफ रीवा के सिमरिया विधायक केपी त्रिपाठी भी धरने पर बैठ गए हैं। वे रीवा शहर के वरा मोहल्ले में खुल रही शराब दुकान के विरोध में धरने पर बैठे हैं। धरना प्रदर्शन के दौरान विधायक ने आबकारी विभाग के अधिकारियों को जमकर खरीखोटी सुनाई है, इसके अलावा एक दुकान में घुसकर मारपीट की भी खबर है।