इस दौरान सीएम ने कहा कि, तीसरी लहर के दौरान प्रदेशभर में कोरोना के 14 हजार 413 मरीजों में से 13 हजार 862 मरीज होम आइसोलेट हैं। इन्हें मेडिकल किट एवं टेली कंसल्टेशन की सुविधा दी गई है। साथ ही, हर जिले में बनाए गए कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से रोजाना इन मरीजों से बातचीत कर जरूरी उपचार और होम आइसोलेशन के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में गाइड किया जाता है।
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सीएम ने दिए निर्देश
समीक्षा बैठक के दौरान सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि, कोरोना के इलाज की प्रदेश के चयनित सभी अस्पतालों में पूरी व्यवस्थाएं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि, मौजूदा समय में प्रदेश में कोविड उपचार के लिए कुल 50 हजार 873 बेड्स मौजूद हैं। इनमें 10 हजार 55 सामान्य बिस्तर, 27 हजार 901 ऑक्सीजनयुक्त सामान्य बिस्तर तथा 12 हजार 917 एचडीयू/आईसीयू बिस्तर हैं।
स्वास्थ मंत्री ने बताई व्यवस्थाएं
वहीं, बैठक में शामिल स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने बताया कि, इसके अतिरिक्त प्रदेश में कोविड केयर सेंटर्स में 13 हजार 965 बिस्तर उपलब्ध हैं। कोविड के उपचार के लिए प्रदेश में 9 अस्थाई अस्पताल बनाए गए हैं, जिनमें 740 बिस्तर हैं। इनमें 437 ऑक्सीजन युक्त हैं।
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होम आइसोलेशन किट में दी जाने वाली दवाएं
आपको बता दें कि, होम आइसोलेशन में मरीजों को दी जा रही मेडिकल किट में टेबलेट अजीथ्रोमाइसिन 500 एम.जी, टेबलेट एस्कॉर्बिक एसिड (विटामिन-सी), टेबलेट सेट्रीजिन 10 एम.जी, टेबलेट मल्टीविटामिन, टेबलेट पेरासिटामॉल 500 एम.जी/650 एम.जी, टेबलेट रेनिटीडीन 150 एम.जी और टेबलेट जिंक 20 एम.जीदी जा रही है।
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