प्रदेशभर के अलग अलग रेलवे स्टेशनों की तरह राजधानी भोपाल में आने वाले यात्री भी ऑटो रिक्शा या कोई अन्य साधन न मिलने पर खासा परेशान हो रहे हैं। सोमवार की सुबह भोपाल स्टेशन पहुंची जोधपुर-भोपाल एक्सप्रेस में सवार होकर पहली बार जयपुर से भोपाल आया परिवार संसाधन के अभाव में खासा परेशान होता नजर आया। उन्होंने बताया कि जब वो अपने सामान के साथ बाहर निकले। उन्होंने वहां खड़े ऑटो चालकों से गंतव्य स्थल तक पहुंचाने को कहा तो उन्होंने ये कहते हुए इंकार कर दिया कि अगर वो सवारी ले जाएंगे या तो उनके ऑटो को आग लगा दी जाएगी या उसमें तोड़फोड़ कर दी जाएगी।
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ऑटो चालकों की बात सुनकर दहशत में आ गया परिवार
ऑटो चालक से ऐसी बात सुनकर परिवार दहशत में आ गया। परिवार के लोगों ने बताया कि बमुश्किल एक ऑटो चालक उन्हें ले जाने को तैयार हुआ। परिवार को भोपाल स्टेशन से अवधपुरी जाना था, यहां वे अपनी बेटी के ससुराल आए हैं। नए साल की खुशी के बीच परिवार उस समय और दहशत में आ गया, जब रास्ते में ऑटो चालक को डंडे दिखाकर कुछ प्रदर्शनकारियों ने रोक लिया। हालांकि, काफी मिन्नत करने पर उन्होंने जाने दिया। अब सवाल ये है कि ये तो सिर्फ शहर में आए एक परिवार के साथ घटी कहानी है, लेकिन आज साल के पहले दिन प्रदेशभर में न जाने कितने लोगों को इससे कई गुना ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।