8 राज्यों की सांस्कृतिक छटा को दर्शाती है
इस अवसर पर डॉ. पीके मिश्र, निदेशक, मानव संग्रहालय ने बताया कि वीथि संकुल अंतरंग प्रदर्शनी भवन मे पूर्वोत्तर भारत की संस्कृतियां पर आधारित प्रदर्शनी में मणीपुर, नागालैण्ड, असम, मेघालय, मिजोरम, त्रिपुरा, अरूणाचल प्रदेश, सिक्किम की संस्कृति को राज्यवार प्रदर्शित किया गया है। प्रत्येक संस्कृति अपनी भौतिक और अभौतिक संपदा का अथाह संग्रह है, जो उसे अपने स्थानीय पर्यावरण से प्राप्त होता है। यह सदियों से निवास करते आ रहे हैं। भारत का पूर्वोत्तर क्षेत्र विविध प्रकार की सांस्कृतिक विविधता से संपन्न क्षेत्र है। यह संस्कृतियां आपस में मिलकर अपनी एक विशिष्ट पहचान बनाती हैं। यह प्रदर्शनी 500 से अधिक एथनोग्राफिक वस्तुओं के माध्यम से पूर्वोत्तर भारत के 8 राज्यों की सांस्कृतिक छटा को दर्शाती है।
12 भागों में बंटी है प्रदर्शनी
इस प्रदर्शनी के बारे में संग्रहालय एसोसिएट एन सकमाचा सिंह ने बताया कि पूर्वोत्तर भारत से किए गए संग्रह को क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर के बेहतर प्रस्तुतीकरण के लिए 12 विषय परक अनुभागों में प्रदर्शित किया गया है। इस प्रदर्शनी में पाफल का मिथकीय संसार, असम की सत्र संस्कृति, त्रिपुरा, मेघालय और मिजोरम के संग्रह, पूर्वोत्तर भारत के कुछ परिधान, अरुणाचल प्रदेश के जनजातीय आभूषण, पूर्वोत्तर भारत की जनजातियों के पारंपरिक शस्त्र, नागा संग्रह (उर्वर- पंथ के आख्यान), सिक्किम कॉर्नर (सिक्किम और सिक्किम के लोग) को प्रदर्शित किया गया है।