सतपुड़ा टाइगर रिजर्व घूमने जानेवाले पर्यटकों के लिए खुशखबरी है। यहां सोलर बोट चलने लगी है। सोलर बोट में इलेक्ट्रिक इंजिन की बेहद कम आवाज होने से पर्यटक, बेहतर वातावरण में पशु—पक्षियों के दर्शन कर सकेंगे। सोलर बोट होने से वन्य-प्राणियों को भी प्रदूषण मुक्त वातावरण मिलेगा।
यह भी पढ़ें: एमपी के 2.50 लाख कर्मचारियों के लिए बड़ा फैसला, सेवा अवधि की बुलाई जानकारी अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य-प्राणी और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की क्षेत्र संचालक राखी नंदा ने 10 नवम्बर को सोलर बोट का शुभारंभ किया। सोलर बोट की क्षमता 12+1 व्यक्तियों की है। पर्यटक सारंगपुर एंट्री पॉइंट से मढ़ई रेस्ट हाउस तक इस बोट से आ जा सकेंगे।
सोलर बोट में एक समय में 12 पर्यटक बैठकर बोटिंग का आनंद उठा सकेंगे। बोट में लाइफ जैकेट सहित अन्य सुविधाएं भी मिलेगी। पर्यटकों के लिए तवा डैम के बैकवाटर में इसे चलाया जाएगा। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के मढ़ई टूरिज्म रेंज प्रबंधन के पास सोलर बोट मिलाकर अब कुल छह बोट हो गई है।
सोलर बोट के डैशबोर्ड पर डैप्थ मीटर लगा है जोकि बोट के ठीक नीचे पानी की गहराई बताएगा। डैप्थ मीटर से यह अंदाजा लगाया जा सकेगा कि बोट को कितने स्तर तक पानी में ले जाया जा सकता है। पानी कम होने से बोट का डैप्थ मीटर अलर्ट अलार्म देगा। इससे बोट के कीचड़ में धंसने या दलदली पानी में फंसने का डर भी नहीं रहेगा।