सीधे खाते से कटेगा पैसा
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया से भोपाल और मध्यप्रदेश में संचालित सभी टोल प्लाजा की जानकारी मांगी गई है। अलग-अलग चरण में इन टोल प्लाजा को सैटेलाइट से कंट्रोल किया जाएगा। नया सिस्टम गाड़ी की विंडस्क्रीन में लगे जीपीएस आधारित फास्टैग आधारित होगा। सैटेलाइट के माध्यम से फास्टैग को आसानी से ट्रैक किया जा सकेगा। नेशनल हाईवे पर आपका वाहन कितने किलोमीटर चल रहा है इस हिसाब से आपके बैंक खाते से टोल टैक्स की राशि ऑटोमेटिक काट ली जाएगी। इस प्रकार बगैर किसी टोल प्लाजा पर रोक और विवाद के ही सरकार के खाते में टोल पैसा जमा होगा और यात्रा सुरक्षित बन सकेगी।
दो महीने में शुरू की जाएगी टेंडर प्रक्रिया
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के सभी हाइवे पर सैटेलाइट टोलिंग सिस्टम विकसित करने का लक्ष्य केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने रखा है। अगले दो महीने में टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। टेंडर के बाद राज्यों को जोन में बांटकर काम शुरू किया जाएगा। इसका मुय उद्देश्य है कि सभी हाइवे को टोल प्लाजा से मुक्ति दिलाना है। अभी कई टोल प्लाजा ट्रैफिक जाम के प्रतीक बन चुके हैं। टोल प्लाजा पर ट्रैफिक का दबाव कम करने के लिए फास्टैग सिस्टम लागू किया गया, लेकिन यह अधिक कामयाब नहीं है।