भोपालः मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश करते हुए केन्द्रीय वित्त मंत्री ( Minister of Finance ) निर्मला सीतारमण ( Nirmala Sitharaman ) द्वारा पेश किया गया बजट लोगों की उम्मीदों पर उतना खरा नहीं उतरा जितना कि उससे कयास लगाए जा रहे थे। बजट में पेट्रोल और डीजल के दामों ( petrol diesel rate ) पर बढ़ाए गए 1 रुपये प्रति लीटर की उत्पाद शुल्क ( Excise duty ) और 1 रुपये प्रति लीटर की उपकार ( Cess ) के कारण मध्य प्रदेश की जनता पर दौहरा भार पड़ गया है। एक तरफ जहां केन्द्र सरकार ने इन दोनो करों पर एक एक रुपये का भार बढ़ाया है। वहीं, प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने इस भार को बढ़ाकर दोगुना कर दिया है। इस वजह से मध्य प्रदेश में पेट्रोल डीज़ल के दामों में एक ही दिन में चार रुपये प्रतिलीटर से ज्यादा बढ़ोतरी हो गई है।
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ड्यूटी शुल्क बढ़ने का कारण
मध्य प्रदेश वित्त विभाग के सूत्रों के मुताबिक, केन्द्र सरकार की ओर से प्रदेश सरकार को करीब 27 सौ करोड़ की सहायता राशि दी जाती थी, जिसे अब केन्द्र सरकार ने देना बंद कर दिया है। यही कारण है कि, उस राशि की भरपाई के लिए प्रदेश सरकार ने भी पेट्रोल-डीज़ल के दामों में दो रुपये ड्यूटी शुल्क लगाया है। बताया जा रहा है कि, प्रदेश सरकार अपनी ओर से बढ़ाए गए दो रुपये प्रति लीटर की रकम से खुद पर बकाया 26 हज़ार करोड़ रुपये कर्ज को चुकाएगी।
सरकार से फैसले से जनता नाखुश
इधर, प्रदेश का आमजन सरकार के फैसले से नाखुश नज़र आया। लोगों का कहना है कि, जिस समय कच्चे तेल ( crude oil price ) के भाव कम होने के कारण विश्व भर में पेट्रोल और डीज़ल के दामों में गिरावट देखी जा रही है, जिसका फायदा विश्वभर के वाहन चालकों को मिल रहा है, उस समय दोनो सरकारों द्वारा लिये गए इस फैसले से खासतौर पर मध्य प्रदेश की जनता पर दोहरी मार पड़ी है। लोगों के मुताबिक, देश और प्रदेश की सरकार द्वारा लिए इस कदम का असर आम इंसान की जेब पर पड़ेगा। कुछ लोगों का मानना है कि, सरकार द्वारा लोगों की जेब पर बढ़ाए गए 4 रुपये के अतिभार का असर सिर्फ पेट्रोल-डीज़ल के ज़रिये ही नहीं पड़ेगा। बल्कि, ट्रांसपोर्टेशन पर भी पड़ेगा। जिसके कारण आम इंसान तक आयात होने वाली हर चीज़ के ज़रिये भी पड़ेगा। यानी यूं कहें कि, एक आम व्यक्ति पर सिंर्फ पेट्रोल डीज़ल के ज़रिये ही दोहरी मार नहीं पड़ी है, बल्कि खरीदी जाने वाली हर चीज के ज़रिये पड़ेगा।
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पहले विरोध फिर खुद भी बढ़ा दी दो रुपये ड्यूटी
पहले तो राज्य सरकार ने केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल डीज़ल के दामों पर लगाए गए एक्साइज ड्यूटी और सेस का कड़ा विरोध किया, लेकिन रात होते होते राज्य की ओर से दो रुपये ड्यूटी शुल्क भी प्रतिलीटर के भाव में जोड़ दिया। वाणिज्यिक कर विभाग ने देर रात स्थितियां स्पष्ट करते हुए केंद्र और राज्य की ड्यूटी जोड़ने के बाद फैसला लिया कि, गुरुवार सुबह 6 बजे से प्रदेश में पेट्रोल के दाम में प्रति लीटर 4.48 रुपए किए गए हैं, जिसके बाद एमपी में पेट्रोल के दाम बढ़कर 78.59 पैसे हो गए हैं। वहीं, डीजल के दामों में 4.40 पैसे प्रतिलीटर की बढ़ोतरी हूई है, जिसके बाद आज डीज़ल 70.51 पैसे हो गए हैं।
राजधानी में आज ये हैं पेट्रोल-डीज़ल के दाम
इधर राजधानी भोपाल में आज से पेट्रोल के दाम 73.61 पैसे से बढ़कर 78.09 पैसे हो गए हैं। वहीं, डीजल के दाम 65.63 पैसे से बढ़कर 70.03 पैसे प्रति लीटर हो गए हैं। राज्य सरकार के वित्त विभाग के मुताबिक, केन्द्र सरकार ने केंद्रीय करों में मप्र का हिस्सा करीब 2677 करोड़ रुपए कम कर दिया है, इसी वजह से राज्य सरकार को भी पेट्रोल-डीज़ल के दामों में दो रुपये शुल्क बढ़ाना पड़ा ताकि, उस रकम की भरपाई की जा सके। बता दें कि, राज्य सरकार को अतिरिक्त ड्यूटी लगाने से सालाना पेट्रोल-डीजल पर करीब 1400 से 1500 करोड़ रुपये का अतिरिक्त लाभ होगा, जिसे वो प्रदेश के बकाया कर्ज को चुकाने में खर्च करेगा।
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प्रदेश के मुख्य शहरों में आज पेट्रोल-डीज़ल के अनुमानित दाम (प्रति लीटर में)
-इंदौरः पेट्रोल-78.90/ डीज़ल-70.15 दाम हैं।
-उज्जैनः पेट्रोल-79.14/ डीज़ल-70.18 दाम हैं।
-जबलपुरः पेट्रोल-78.08/ डीज़ल- 70.02 दाम हैं।
-ग्वालियरः पेट्रोल-78.24/ डीज़ल-70.03 दाम हैं।
-सागरः पेट्रोल-78.35/ डीज़ल-69.92 दाम हैं।
-भोपालः पेट्रोल-78.09/ डीज़ल-70.03 दाम हैं।