भोपाल

सावधान ! मैनिट में घूम रहा बाघ, टी-2 की पांचवीं पीढ़ी का, डेढ़ साल बाद अपनी टैरेटरी में लौटा

900 एकड़ क्षेत्र में 35 कैमरों से निगरानी, एक्सपर्ट की टीम मैनिट में लगा रही चार और कैमरे, 12 हॉस्टल में पांच हजार छात्रों की सुरक्षा में अफसर जुटे हैं। दो गायों को घायल करने के बाद सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ है बाघ, वन विभाग के अफसर इसके फोटो का मिलान टी-2 की पीढ़ी से करेंगे।

भोपालOct 05, 2022 / 01:27 am

Bhalendra Malhotra

जल्द मिलेगा टाइगर रिजर्व का दर्जा

भोपाल. बाघ टी-1 और टी-2 की पांचवीं पीढ़ी का बाघ जन्म के डेढ़ साल बाद अपनी टैरेटरी में लौटा है। सोमवार रात को खुशीलाल के पास बाइक सवारों को ये बाघ दिखाई दिया। वह बाइक छोड़कर भाग गए और आस-पास जाकर बाघ की सूचना दी। इसी के पास मैनिट की दीवार टूटी हुई है। संभवत: बाघ इसी टूटी दीवार से मैनिट में दाखिल हुआ और परिसर में एंट्री कर गया। यहां उसने दो गायों का शिकार करने की कोशिश की, लेकिन वह सफल नहीं हुआ। इसी परिसर में लगे एक सीसीटीवी कैमरे में वह कैद भी हुआ। सुबह से ही मौके पर पहुंचे वन विभाग के अफसर मैनिट परिसर में बने 12 हॉस्टलों में रहने वाले छात्रों को बाघ से बचाव की जानकारी दे रहे हैं। लेकिन यहां पांच हजार छात्र होने से सात घंटे से ज्यादा समय से वन विभाग का अमला मैनिट परिसर में ही समझाइश दे रहा है। रात को बाघ के भ्रमण की आशंका के चलते क्षेत्र में रात को पेट्रोलिंग गश्त और बढ़ाई गई है।
वन विभाग के अफसरों ने मैनिट परिसर में सर्चिंग की तो 550 एकड़ में कई जगह दीवार टूटी मिली है। इसको लेकर वन विभाग ने मैनिट प्रबंधन को आपत्ति भी दर्ज कराई है। सात जगह से दीवार टूटने से बाघ क्या कोई भी आ जा सकता है।
बाघ पर 35 कैमरों से नजर

वन विभाग के अफसरों ने बताया कि वाल्मी, मैनिट, केरवा, कलियासोत के करीब 900 एकड़ से ज्यादा क्षेत्र में 35 कैमरों से निगरानी की जा रही है। कैमरे में जो भी फोटो कैद होगी, उसका मिलान बाघ टी-1 और बाघिन टी-2 की पांचवीं पीढ़ी में जन्मे तीन शावकों के बड़े हुए बाघों से किया जाएगा। इसके बाद वन विभाग अपनी तरफ से इसकी पुष्टि करेगा।
डेढ़ साल पहले दिया था जन्म
अफसरों की मानें तो बाघ टी-1 और बाघिन टी-2 की 5वीं पीढ़ी ने 3 शावकों को डेढ़ साल पहले जन्म दिया था। उन्हीं तीन में से एक बाघ अपनी टैरेटरी में लौटा है। मंगलवार रात को भी बाघ के निकलने की आशंका के बीच वन विभाग की टीम पेट्रोलिंग कर रही है। आस-पास के क्षेत्र में पशुपालकों को भी अलर्ट कर दिया गया है। रात में उनको पशुओं को अंदर रखने के निर्देश दिए हैं। भोपाल और सीहोर डिवीजन में मूवमेंट करने वाले सभी बाघों काे उनकी धारियों से पहचाना जाता है।
मैनिट: रात भर भयभीत रहे छात्र

मैनिट परिसर में बाघ की मौजूदगी के बाद दहशत का महौल बना हुआ है। कोई भी विद्यार्थी या कर्मचारी बाहर नहीं निकला। रातभर स्टूडेंट्स भयभीत रहे। मैनिट में कक्षाएं न लगने संबंधी एक नोटिस भी व्हाट्सऐप पर चला। मैनिट प्रबंधन ने कहा कि ऐसा कोई भी आदेश जारी नहीं किया, नोटिस को फर्जी बताया। मैनिट प्रबंधन का कहना है कि कक्षाएं न लगने की सूचना किसी विद्यार्थी की शरारत हो सकती है। इसकी जांच की जा रही है।
डेढ़ साल पहले दिया था जन्म
अफसरों की मानें तो बाघ टी-1 और बाघिन टी-2 की 5वीं पीढ़ी ने 3 शावकों को डेढ़ साल पहले जन्म दिया था। उन्हीं तीन में से एक बाघ अपनी टैरेटरी में लौटा है। मंगलवार रात को भी बाघ के निकलने की आशंका के बीच वन विभाग की टीम पेट्रोलिंग कर रही है। आस-पास के क्षेत्र में पशुपालकों को भी अलर्ट कर दिया गया है। रात में उनको पशुओं को अंदर रखने के निर्देश दिए हैं। भोपाल और सीहोर डिवीजन में मूवमेंट करने वाले सभी बाघों काे उनकी धारियों से पहचाना जाता है।

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