वन विभाग के अफसरों ने मैनिट परिसर में सर्चिंग की तो 550 एकड़ में कई जगह दीवार टूटी मिली है। इसको लेकर वन विभाग ने मैनिट प्रबंधन को आपत्ति भी दर्ज कराई है। सात जगह से दीवार टूटने से बाघ क्या कोई भी आ जा सकता है।
बाघ पर 35 कैमरों से नजर वन विभाग के अफसरों ने बताया कि वाल्मी, मैनिट, केरवा, कलियासोत के करीब 900 एकड़ से ज्यादा क्षेत्र में 35 कैमरों से निगरानी की जा रही है। कैमरे में जो भी फोटो कैद होगी, उसका मिलान बाघ टी-1 और बाघिन टी-2 की पांचवीं पीढ़ी में जन्मे तीन शावकों के बड़े हुए बाघों से किया जाएगा। इसके बाद वन विभाग अपनी तरफ से इसकी पुष्टि करेगा।
डेढ़ साल पहले दिया था जन्म
अफसरों की मानें तो बाघ टी-1 और बाघिन टी-2 की 5वीं पीढ़ी ने 3 शावकों को डेढ़ साल पहले जन्म दिया था। उन्हीं तीन में से एक बाघ अपनी टैरेटरी में लौटा है। मंगलवार रात को भी बाघ के निकलने की आशंका के बीच वन विभाग की टीम पेट्रोलिंग कर रही है। आस-पास के क्षेत्र में पशुपालकों को भी अलर्ट कर दिया गया है। रात में उनको पशुओं को अंदर रखने के निर्देश दिए हैं। भोपाल और सीहोर डिवीजन में मूवमेंट करने वाले सभी बाघों काे उनकी धारियों से पहचाना जाता है।
अफसरों की मानें तो बाघ टी-1 और बाघिन टी-2 की 5वीं पीढ़ी ने 3 शावकों को डेढ़ साल पहले जन्म दिया था। उन्हीं तीन में से एक बाघ अपनी टैरेटरी में लौटा है। मंगलवार रात को भी बाघ के निकलने की आशंका के बीच वन विभाग की टीम पेट्रोलिंग कर रही है। आस-पास के क्षेत्र में पशुपालकों को भी अलर्ट कर दिया गया है। रात में उनको पशुओं को अंदर रखने के निर्देश दिए हैं। भोपाल और सीहोर डिवीजन में मूवमेंट करने वाले सभी बाघों काे उनकी धारियों से पहचाना जाता है।
मैनिट: रात भर भयभीत रहे छात्र मैनिट परिसर में बाघ की मौजूदगी के बाद दहशत का महौल बना हुआ है। कोई भी विद्यार्थी या कर्मचारी बाहर नहीं निकला। रातभर स्टूडेंट्स भयभीत रहे। मैनिट में कक्षाएं न लगने संबंधी एक नोटिस भी व्हाट्सऐप पर चला। मैनिट प्रबंधन ने कहा कि ऐसा कोई भी आदेश जारी नहीं किया, नोटिस को फर्जी बताया। मैनिट प्रबंधन का कहना है कि कक्षाएं न लगने की सूचना किसी विद्यार्थी की शरारत हो सकती है। इसकी जांच की जा रही है।
डेढ़ साल पहले दिया था जन्म
अफसरों की मानें तो बाघ टी-1 और बाघिन टी-2 की 5वीं पीढ़ी ने 3 शावकों को डेढ़ साल पहले जन्म दिया था। उन्हीं तीन में से एक बाघ अपनी टैरेटरी में लौटा है। मंगलवार रात को भी बाघ के निकलने की आशंका के बीच वन विभाग की टीम पेट्रोलिंग कर रही है। आस-पास के क्षेत्र में पशुपालकों को भी अलर्ट कर दिया गया है। रात में उनको पशुओं को अंदर रखने के निर्देश दिए हैं। भोपाल और सीहोर डिवीजन में मूवमेंट करने वाले सभी बाघों काे उनकी धारियों से पहचाना जाता है।
अफसरों की मानें तो बाघ टी-1 और बाघिन टी-2 की 5वीं पीढ़ी ने 3 शावकों को डेढ़ साल पहले जन्म दिया था। उन्हीं तीन में से एक बाघ अपनी टैरेटरी में लौटा है। मंगलवार रात को भी बाघ के निकलने की आशंका के बीच वन विभाग की टीम पेट्रोलिंग कर रही है। आस-पास के क्षेत्र में पशुपालकों को भी अलर्ट कर दिया गया है। रात में उनको पशुओं को अंदर रखने के निर्देश दिए हैं। भोपाल और सीहोर डिवीजन में मूवमेंट करने वाले सभी बाघों काे उनकी धारियों से पहचाना जाता है।