गुजरात के बड़ोदरा से 100 से अधिक पहियों वाले ट्रालों पर सवार होकर तीनों कोच भोपाल स्थित सुभाष नगर डिपो लाए गए हैं। देर रात कोच को सुभाष नगर डिपो में पहुंचा दिए गए थे। यहां पर डायरेक्टर शोभित टंडन ने तीनों कोच की पूजा अर्चना की। इसके बाद सोमवार को इन तीनों को कोच को एक के बाद एक बड़ी क्रेन से अनलोड कर ट्रेक पर रखा गया। यहां पर तीनों कोच को अब आपस में जोड़ने की प्रकिया शुरु कर दी गई है। असेम्बलिंग के सारे काम पूरे होने पर डिपों के अंदर ही पहले इन कोच को सेफ्टी ट्रायल के तहत एक से दो किमी की रफ्तार से चलाया जाएगा। सबकुछ ठीक रहने पर इन कोचों को मेन ट्रेक पर स्थापित किया जाएगा। शुरुआत में इन कोचों को 10 कि.मी की रफ्तार पर चलाकर देखा जाएगा।
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अक्टूबर के पहले सप्ताह में हो सकता है ट्रायल रन
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का समय मिलने के बाद मेट्रो के ट्रायल शुरू कर दिया जाएगा। यह ट्रायल पांच से छह माह तक चलेगा। इसमें मेट्रो को सिंगल, टाइमिंग और स्पीड के साथ चलाया जाएगा। भोपाल में सुभाष नगर से रानी कमलापति मेट्रो स्टेशन के बाद ट्रायल रन होगा। इसके बाद रेलवे सेफ्टी कमिश्नर की तरफ से अनुमति ली जाएगी। इसके बाद मई या जून तक भोपालवासियों को मेट्रो की सवारी करने का मौका मिल सकेगा। बता दें इंदौर में मेट्रो कोच 31 को ही आ चुके है। यहां पर सेफ्टी ट्रायल हो चुका है। अब मुख्यमंत्री का समय मिलते ही ट्रायल रन शुरू होगा।