राजधानी के छोला विश्राम घाट िस्थत मुक्तेश्वर महाकाल मंदिर में सावन माह में अनेक अनुष्ठान किए जाते हैं। शहर का यह प्राचीन मंदिर है। पहले यहां एक चतबुरा और शेड था,इसके बाद यहां तकरीबन 30 साल पहले मंदिर का नवनिर्माण किया गया।
प्रमुख मौकों पर होती है भस्म आरती
मंदिर के पं. गोपालकृष्ण पुरोहित ने बताया कि सावन सहित प्रमुख मौकों पर मुक्तेश्वर महाकाल की भस्म आरती की जाती है। सावन के साथ-साथ महाशिवरात्रि और हर माह आने वाले प्रदोष पर भी भस्म आरती का आयोजन किया जाता है। इसके लिए विश्राम घाट से ही भस्म की व्यवस्था हो जाती है। भादो माह के पहले सोमवार पर होता है नगर भ्रमण सावन में यहां हर सोमवार को मुक्तेश्वर महाकाल की सवारी निकाली जाती है, इसी प्रकार भादो माह के पहले सोमवार पर हर साल शाही सवारी का आयोजन किया जाता है। इस दौरान भगवान मुक्तेश्वर लाव लश्कर के साथ नगर भ्रमण पर निकलते हैं। दरअसल इन्हें भोपाल के राजा कहा जाता है, जो हर साल भादो माह के सोमवार पर प्रजा का हाल जानने के लिए निकलते हैं।