मध्यप्रदेश में मानसून की विदाई का काउंटडाउन शुरू हो गया है। जिसके साथ ही सुबह सूरज की गर्मी से पहले ठंड की सिहरन का भी एहसास होने लगा है। त्योहारों से भरपूर इस महीने में स्कूल में बच्चों के साथ ही साथ सरकारी दफ्ताओं में भी बम्पर छुट्टियां मिलने वाली है। सर्दी का मौसम अच्छे से एन्जॉय करने के लिए उन बिमारियों के बारे में जान लेना बेहद जरूरी है जिसकी वजह से आपका अच्छा खासा प्लान खराब हो सकता है। इन परेशानियों से बचने के लिए पढ़े ये खबर… ताकि न हो आपकी छुट्टियां बर्बाद।
डेंगू (Dengue)
मध्यप्रदेश में इस समय डेंगू का कहर मचा हुआ है। इसके चलते कई लोगों की जान भी जा चुकी है। पॉसिटिव केसेस के आकड़ें ऐसे जिसे देख हर कोई हैरान है। इंदौर और ग्वालियर के बाद रीवा में डेंगू के सबसे ज्यादा मरीज मिले है। वहीं सितंबर महीने में डेंगू 9.7 की दर से बढ़ा है। चौकाने वाली बात ये है कि मानसून के साथ ही ये बीमारी ठंड में भी लोगों को परेशान कर सकती है। ऐसे में जरुरी है कि इससे खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखा जाए। लक्षण – तेज बुखार, सिर दर्द, पेट में दर्द, सांस लेने में कठिनाई ऐसे करें बचाव -शरीर को ढक्कर रखे
-अपने आस-पास साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें
-मच्छरदानी का इस्तेमाल करें
-हाथों-पैरों को ढकने वाले कपड़ें ही पहने
-अपने आस-पास साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें
-मच्छरदानी का इस्तेमाल करें
-हाथों-पैरों को ढकने वाले कपड़ें ही पहने
फ्लू (Flu )
खूबियों से भरे इस मौसम में बिमारियों वाली खामियां भी मौजूद है। सर्दियों के दिनों में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को होने वाली बीमारी में फ्लू सबसे पहले नंबर पर आता है। हफ्ते भर तक रहने वाले फ्लू से पीड़ित व्यक्ति की शारीरिक ताकत बहुत कम हो जाती है। ये एक तरह के वायरस यानी की इन्फ्लुएंजा से होने वाली बीमारी है। लक्षण- तेज बुखार, बदन दर्द, सिर दर्द, गले में दर्द, खांसी आना, सांस लेने में परेशानी ऐसे करें बचाव -गर्म कपड़ें पहने
-सिर व कान को ढककर रखें
-साफ-सफाई का ध्यान रखें
-सार्वजानिक जगहों पर जाने से बचे
-डॉक्टर से सलाह लेकर दवाएं ले
-सिर व कान को ढककर रखें
-साफ-सफाई का ध्यान रखें
-सार्वजानिक जगहों पर जाने से बचे
-डॉक्टर से सलाह लेकर दवाएं ले
चिलब्लेन (Chilblain)
चिलब्लेन ठंड में होनी वाली बिमारियों में से एक है। ये स्किन के स्मॉल ब्लड वेसल्स में होने वाली पेनफुल इंफ्लेमेशन है। इसके समस्या से पीड़ित रोगी के हाथों और पैरों में खुलजी, रेड पैचेज, सूजन आदि हो सकती है। इसे ठीक होने में एक से तीन हफ्ते है समय लग जाता है। लक्षण – स्किन अल्सर, सूजन होना, दर्द के साथ स्किन का रंग लाल से नीला हो जाना, वर्निंग सेंसेशन होना ऐसे करें बचाव