वहीं अब बीती 23 – 24 जनवरी को राकेश ने 5 इंच लंबा और 3 सेंटीमीटर चौड़ा चाकू खा लिया। जिसके बाद राकेश को सांस लेने में दिक्कत होने लगी थी। जब परिजनों ने अस्पताल में दिखाया तो उसका ऑपरेशन किया गया। बता दें कि एम्स में 26 जनवरी को राकेश भर्ती हुआ था। उन्हें गले में दर्द और खाना निगलने में तकलीफ होने के कारण छतरपुर जिला अस्पताल से रैफर किया गया था।
इमरजेंसी में ईएनटी डिपार्टमेंट के डॉक्टरों ने मरीज की आहार नली का एक्सरे कराया। इसमें करीब पांच इंच लंबा नुकीला चाकू फंसा होने का खुलासा हुआ। साथ ही पेन की छह इंच लंबी रिफिल भी फंसी हुई थी। इमरजेंसी में मरीज की एंडोस्कोपी कर आहार नली में फंसी रिफिल और चाकू को निकाला गया।
डॉक्टरों का कहना है रि एंडोस्कोपी से निकालने पर नली में जख्म होने और चाकू के एंडोस्कोपी से फिसलने पर उसके पेट की ओर जाने का खतरा था। चाकू नली में जहां फंसा था, उसी के नजदीक हार्ट से निकलने वाली ब्लड वैसल थी। चाकू निकालने पर इसके कटने का खतरा था, जिससे मरीज की जान जा सकती थी। इस दौरान एंडोस्कोपी की मदद से पहले चाकू की पोजिशन लेकर, आहार नली में चीरा लगाया और चाकू निकाल लिया।