शहर के बाजारों में बच्चों को लुभाने के लिए कार्टून पैटर्न पर मोटू पतलू, लिटिल कृष्णा, छोटा भीम, सहित कई वैरायटियों की राखियां आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। इसमें है, इसी तरह बड़ों के लिए रेशम की डोर के साथ-साथ अमरीकन डायमंड लगी राखियां भी अधिक पसंद की जा रही है।
आ मतौर पर हर साल रक्षाबंधन पर्व पर भद्रा की स्थिति बन जाती है, लेकिन इस बार भद्रा सूर्योदय के पहले ही समाप्त हो जाएगी। इसलिए राखी बांधने के लिए पूरा दिन शुभ रहेगा। भद्रा का दोष नहीं रहेगा। पं. जगदीश शर्मा ने बताया कि राहू काल शाम को 4:30 से 6 बजे तक रहेगा। राहूकाल को छोड़कर पूरा दिन राखी बांधने के लिए श्रेष्ठ रहेगा।
गा यत्री शक्तिपीठ की ओर से रक्षाबंधन पर्व संकल्प पर्व के रूप में मनाया जाएगा। इस बार शक्तिपीठ की ओर से बहनों से अपील की गई है कि वे अपने हाथ से बनी राखी भाइयों को बांधे साथ ही अपने क्षेत्र में रहने वाले नर्सिंग होम, हॉस्पिटल के डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ को भी यथासंभव राखी बांधने का प्रयास करें। साथ ही रक्षाबंधन पर भाईयों से संकल्प पत्र भराएं, जिसमें व्यसन त्यागने और पौधरोपण करने का संकल्प लिया जाएगा।
र क्षाबंधन पर्व के चलते शहर के बाजारों में शनिवार को कपड़ा, राखियां, मिठाई, गिफ्ट सहित अन्य दुकानों पर भारी भीड़ का नजारा दिखाई दिया। लोग रात्रि तक खरीदारी करते नजर आए। न्यू मार्केट में चहल पहल देखी गई और लोग खरीदारी करते रहे।