50 घाटों पर होगी छठ पूजा
शहर में निवासरत भोजपुरी समाज की ओर से छठ पूजा की तैयारियां शुरू हो गई है। इस बार कोविड को देखते हुए घाटों पर भीड़ न हो इसके लिए इस बार छठ पूजा के लिए घाटों की संख्या बढ़ाई गई है। शहर में तकरीबन 50 घाटों पर आयोजन किया जाएगा।
11 को उगते सूर्य के साथ होगा पूजा का समापन
चार दिवसीय छठ पूजा महोत्सव की शुरुआत 8 नवम्बर को नहाए खाए के साथ होगी। 11 नवम्बर को उगते सूर्य की आराधना के साथ महापर्व का समापन होगा। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो, इसलिए मोहल्लों में अस्थायी छठ घाट बनाए जा रहे हैं। भोजपुरी एकता मंच के अध्यक्ष कुंवर प्रसाद ने बताया कि मुख्य आयोजन शीतलदास की बगिया में किया जाएगा।
8 नवंबर- नहाए खाए
9 नवंबर – खरना
10 नवम्बर – छठ पूजा, डाला छठ
11 नवंबर – पारण हज यात्रियों के लिए खुशखबर, इस तारीख तक करें आवेदन
छठ पूजा महोत्सव की शुरुआत नहाए खाए के साथ होगी। इस दौरान सुबह आम की दातुन से दातुन कर पवित्र स्नान करेंगे, इसके बाद इस महापर्व के लिए जरूरी खरीदारी का सिलसिला शुरू होगा। इसी प्रकार 9 को खरना होगा। इस दौरान श्रद्धालु पूरे दिन निर्जला व्रत रखेंगे और शाम को गुड़ और अरवा चावल से बनी खीर, लौकी की सब्जी और रोटी का भोग लगाएंगे और प्रसाद के रूप में उसे ग्रहण कर व्रत खोलेंगे। इसके बाद निर्जला व्रत की शुरूआत हो जाएगी, और 10 नवम्बर को श्रद्धालु घाटों पर जाकर डूबते सूर्य को अघ्र्य देंगे। व्रतधारी महिलाएं, पुरुष सूर्यास्त के समय पकवान, ऋतु फल, बांस के सूप में सजाकर घुटनों तक पानी में खड़े होकर सूर्य को अघ्र्य अर्पित करेंगे।
छठ पूजा का मुख्य आयोजन शीतलदास की बगिया में भोजपुरी एकता मंच की ओर से तिरंगे थीम पर साज-सज्जा की जाएगी। इस दौरान सामूहिक पूजा होगी और व्रतधारी सूर्य की आराधना करेंगे। इस मौके पर दीपदान व रंगारंग आतिशबाजी होगी।
छठ पूजा में ठेकुआ महाप्रसाद के लिए गेंहू के आटा की नि:शुल्क पिसाई भोजपुरी एकता मंच की ओर से की जाएगी। इसका शुभारंभ 8 नवम्बर को संकट मोचन हनुमान मंदिर कमला पार्क प्रांगण में होगा। यहां 8 और 9 को महाप्रसाद के लिए लोग नि:शुल्क पिसाई करवा सकेंगे।