श्रद्धालु तुलसी-शालिगराम पूजन करेंगे और देव आराधना के साथ धन-संपत्ति, व्यापार-कारोबार में वृद्धि के लिए पूजा- अर्चना कर कामना करेंगे। पंडित जगदीश शर्मा ने बताया कि कार्तिक महीने में कई प्रमुख व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं। इनमें करवा चौथ, रमा एकादशी, धनतेरस, कार्तिक अमावस्या, हनुमान पूजा, दिवाली, भाई दूज, यम द्वितीया, छठ पूजा आदि प्रमुख हैं।
जानें कार्तिक माह का महत्व
पंचांग के 12 मास में कार्तिक भगवान विष्णु का मास है। इसमें नक्षत्र-ग्रह योग, तिथि पर्व का क्रम धन, यश- ऐश्वर्य, लाभ, उत्तम स्वास्थ्य देता है। इसी मास में शिव पुत्र कार्तिकेय ने तारकासुर राक्षस का वध किया था, इसलिए इसका नाम कार्तिक पड़ा, जो विजय देने वाला माह है।महिलाओं के लिए खास है ये महीना
20 अक्टूबर से प्रमुख पर्वों की शुरुआत करवा चौथ से हो रही है। सुहागिन महिलाओं के लिए यह सबसे बड़ा पर्व है। इसके बाद स्कंद षष्ठी, रमा एकादशी, गोवत्स द्वादशी व्रत के साथ सौंदर्य का पर्व रूप चौदस, सुहाग पड़वा, आंवला नवमी जैसे पर्व भी महिलाओं से जुड़े हैं। पंचांग के 12 मास में कार्तिक भगवान विष्णु का मास है। इसमें नक्षत्र-ग्रह योग, तिथि पर्व का क्रम धन, यश- ऐश्वर्य, लाभ, उत्तम स्वास्थ्य देता है। इसी मास में शिव पुत्र कार्तिकेय ने तारकासुर राक्षस का वध किया था, इसलिए इसका नाम कार्तिक पड़ा, जो विजय देने वाला माह है।
18 अक्टूबर कार्तिक माह शुरू, यहां देखें तीज-त्योहार की लिस्ट
-20 अक्टूबर को करवा चौथ और व्रकतुंड संकष्टी चतुर्थी है। -24 अक्टूबर को अहोई अष्टमी और राधा कुंड स्नान है। – 28 अक्टूबर को रमा एकादशी और गोवत्स द्वादशी है। -29 अक्टूबर को धनतेरस और यम दीपम एवं प्रदोष व्रत है। -31 दीपावली, महालक्ष्मी पूजा -02 नवंबर को गोवर्धन पूजा और अन्नकूट पूजा है। -03 नवंबर को यम द्वितीया और भैया दूज है।
-05 नवंबर को विनायक चतुर्था एवं नहाय खाय है। -06 नवंबर को खरना और लाभ पंचमी है। -07 नवंबर को संध्या अर्घ्य छठ पूजा है। -08 नवंबर को सुबह का अर्घ्य और गोपाष्टमी है।
-09 नवंबर को अक्षय नवमी और मासिक दुर्गाष्टमी है। -12 नवंबर को देवउठनी एकादशी है। -13 नवंबर को तुलसी विवाह। -14 नवंबर को बैकुंठ चतुर्दशी -15 नवंबर को देव दीपावली और मणिकर्णिका स्नान और गुरु नानक जयंती है।
-16 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा है।