उन्होंने कहा कि आज का समय महिलाओं के लिए काफी अच्छा है। प्रधानमंत्री द्वारा महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए चलाए गए अनेक कार्यक्रमों और योजनाओं के प्रभाव दिखने लगे हैं। समावेशी विकास के लिए जरूरी है कि जो आगे हैं, प्रगतिशील हैं, वे जरूरतमंद और वंचित के विकास और कल्याण की जिम्मेदारी लें। उन्हें मुख्य-धारा में शामिल कराने में सहयोग और मार्गदर्शन करें। उन्होंने महिला कार्यकर्ताओं द्वारा महिलाओं की स्थिति के संबंध में व्यापक और व्यवस्थित स्वरूप में सर्वेक्षण कार्य की सराहना की। उन्होंने कहा कि महिलाओं के जीवन से संबंधित सर्वेक्षण के तथ्य और विविध पहलुओं की जानकारियाँ, महिलाओं के सामाजिक और आर्थिक जीवन के प्रति समाज के नजरिये और सोच में बदलाव लाने में सहयोगी होंगे।
इस मौेके पर महिला समन्वय की अखिल भारतीय सह संयोजिका और मुख्य वक्ता मीनाक्षी पिश्वे ने सर्वेक्षण के पहलुओं, उसके संरचनात्मक स्वरूप और उद्देश्यों की जानकारी दी। शशि ठाकुर ने सर्वेक्षण प्रस्तावना प्रस्तुति की। आभार प्रदर्शन मध्य क्षेत्र संयोजिका शोभा पैठणकर ने किया। संचालन निवेदिता शर्मा ने किया।