एनआईए कोर्ट में पेश किए गए तीनों आरोपियों को शुक्रवार देर रात जबलपुर से गिरफ्तार किया है। इनमें से एक वकील ए. उस्मानी है, जिसने पहले अंडरवर्ल्ड डान अबू सालेम के केस में पैरावी की थी। उस्मानी के साथ आधा दर्जन आरोपियों को जबलपुर से गिरफ्तार किया है। हालांकि, इन्हीं तीनों को फिलहाल, मुख्य आरोपी बनाया गया है। यही नहीं, इससे पहले भी जबलपुर से दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए कोर्ट में पेश किया जा चुका है।
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एक साल से आदिल पर नजर रखी थी NIA
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, साल 2022 में NIA की टीम ने मोहम्मद आदिल खान के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। इसी के बाद से टीम आरोपी की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए थी और देर रात उसे दबोचने के बाद आज उसके साथ अन्य आरोपियों को भोपाल जिला अदालत में पेश किया है।
व्हाट्सएप पर पाकिस्तान कनेक्शन
बताया जा रहा है कि, छापामीरी के दौरान एऩआईए और एटीएस की टीम को इनके ठिकानों की तलाशी के दौरान भारी मात्रा में धारदार हथियार, गोला-बारूद, आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल उपकरण मिले हैं। आदिल खान की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में इन लड़कों के भी नाम सामने आए हैं। बताया ये भी जा रहा है कि, ‘फी साबिल्लाह’ नाम के संगठन से ये तमाम संदिग्ध जुड़े हुए थे। व्हाट्सएप ग्रुप फी साबिल्लाह में पकिस्तान के लोगों से भी बातें होती थीं। फिलहाल, सभी आरोपी एनआईए की गिरफ्त में हैं।
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क्या है मामला ?
बता दें कि, दिल्ली और भोपाल से आई एनआईए टीम ने जबलपुर के मुस्लिम बाहुल्य इलाके बड़ी छापेमारी करते हुए रात करीब सवा 10 बजे मामूर नामक संदिग्ध के घर में दबिश दी थी। कारर्वाई के दौरान हंगामा बढ़ता देख पुलिस को मुख्यमार्ग बंद करना पड़ा था। देखते ही देखते पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया था। मौके पर एनआईए टीम में आईपीएस स्तर के एक दर्जन अधिकारी मौजूद थे। एनआईए मामूर से आईएसआईएस से कड़ी जोड़कर पूछताछ कर रही है। मामूर परिवार का सबसे छोटा लड़का और शारीरिक रूप से विकलांग है। उनका परिवार फी सबिलिल्हा ग्रुप से जुड़ा है। NIA का मानना है कि, भारतभर में कई लोग इस ग्रुप से जुड़े हैं। मामूर भी इसी ग्रुप से जुड़ा था। ग्रुप में पाकिस्तान के लोग भी जुड़े हैं। इसी के चलते संबंधितों को संदिग्ध मानते हुए एनआईए ने अबतक ग्रुप के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया है।