यह है मामला…
दरअसल रविवार को कलिया-सोत बांध के पास बने विश्वनाथ महादेव मंदिर के पास एक समुदाय के कई लोग जमा हुए। यहां उन्होंने पहले अपने ईश्वर को याद किया, इसके बाद उनके द्वारा यहां नॉनवेज बनाया गया।
इस दौरान यहां मंदिर पर बैठना तक लोगों का मुश्किल हो गया। यहां जुठी पत्तलें और खाए गए मांस का बचा हुआ हिस्सा वहीं फेंक दिया।
इस संबंध में सूचना मिलने पर पीसीबी डायरेक्टर हरभजन शिवहरे टीम का साथ मौके पर पहुंच गए हैं। साथ ही यहां चूना भट्टी से भी पुलिस का पहुंचना बताया जा रहा है।
दरअसल रविवार को कलिया-सोत बांध के पास बने विश्वनाथ महादेव मंदिर के पास एक समुदाय के कई लोग जमा हुए। यहां उन्होंने पहले अपने ईश्वर को याद किया, इसके बाद उनके द्वारा यहां नॉनवेज बनाया गया।
इस दौरान यहां मंदिर पर बैठना तक लोगों का मुश्किल हो गया। यहां जुठी पत्तलें और खाए गए मांस का बचा हुआ हिस्सा वहीं फेंक दिया।
इस संबंध में सूचना मिलने पर पीसीबी डायरेक्टर हरभजन शिवहरे टीम का साथ मौके पर पहुंच गए हैं। साथ ही यहां चूना भट्टी से भी पुलिस का पहुंचना बताया जा रहा है।
इस पूरे घटनक्रम से नाराज मंदिर के पुजारी ने बताया कि एक समुदाय विशेष के लोग यहां आए, उन्होंने टेंट लगाकर मंदिर परिसर से सटे हुए एरिया में नॉनवेज बनाया, जिससे पूरे क्षेत्र में दुर्गंध फैल गईं। पुजारी ने प्रशासन से गुहार लगाते हुए अपील की है कि प्रशासन मंदिर परिसर के आसपास के क्षेत्र में मांसाहार को प्रतिबंधित करे। पुजारी के मुताबिक सुबह आए भक्तों को भी यहां फैली इस दुर्गंध पर आपत्ति थी। साथ ही उन्होंने भी मुझे इसकी शिकायत प्रशासन से करने की बात कही।
जानकारी के अनुसार यहां आए समुदाय के लोगों ने पहले तो यहां अपने ईश्वर को याद किया और इसके बाद यहां वे नॉनवेज बनाने लगे। इसके बाद उनके द्वारा यहीं भोजन किया गया और पत्तलें व नॉनवेज की बची हुई सामग्री भी यहीं फैला दी गई।
जानकारी के अनुसार यहां आए समुदाय के लोगों ने पहले तो यहां अपने ईश्वर को याद किया और इसके बाद यहां वे नॉनवेज बनाने लगे। इसके बाद उनके द्वारा यहीं भोजन किया गया और पत्तलें व नॉनवेज की बची हुई सामग्री भी यहीं फैला दी गई।
इस दौरान यहां आने वाले भक्तों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। उनका कहना था कि यहां फैली दुर्गंध के बीच पूजा करना मुमकिन नहीं हो पा रहा है। यहां तक की मंदिर परिसर में बैठना तक मुश्किल हो गया है। यहां नॉनवेज को पकाए जाने व खाने को लेकर भक्तों में रोष भी दिखा। उनका कहना था कि प्रशासन को ऐसी जगहों पर नॉनवेज जैसी सामग्री को लाने पर ही बैन कर देना चाहिए।