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भोपाल

मध्यप्रदेश देश का सबसे स्वच्छ राज्यः इंदौर ने मारा सिक्सर, भोपाल 6वें स्थान पर

swachh survekshan 2022-देश में मध्यप्रदेश का जलवा, दिल्ली में राष्ट्रपति ने दिया यह अवार्ड…।

भोपालOct 01, 2022 / 06:37 pm

Manish Gite

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भोपाल। स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 (swachh survekshan 2022) के नतीजों में मध्यप्रदेश देश में सबसे स्वच्छ प्रदेश बन गया है। राजस्थान और महाराष्ट्र को पछाड़ दिया है। इसके साथ ही देश के सबसे स्वच्छ शहरों में इंदौर नंबर-1 हो गया है। इसने लगातार छठी बार बाजी मारी है। इंदौर को गार्बेज फ्री सिटी में 7 स्टार भी मिला है। भोपाल की 7वीं रैक से 6वीं रैंक पर आ गया है। भोपाल को 5 स्टार रेटिंग भी मिल गई है।

 

राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) के हाथों इंदौर के सांसद संकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव और नगर निगम के कमिश्नर प्रतिभा पाल ने सफाई का अवार्ड ग्रहण किया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और कौशल किशोर भी उपस्थित थे। इधर, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan) ने ट्वीट के जरिए मध्यप्रदेश की पूरी टीम और इंदौर वासियों को बधाई दी है।

 

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https://youtu.be/F_OjN6BDyNQ

इंदौर में जश्न का माहौल

इधर इंदौर के कई इलाकों में एलइडी स्क्रीन लगाई गई थी। जिस पर लाइव कार्यक्रम का प्रसारण किया गया। दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में स्वच्छ सर्वेक्षण के पुरस्कार समारोह में इंदौर ने छठी बार भी स्वच्छता में नंबर 1 का खिताब हासिल करते ही इंदौर में खुशी का माहौल हो गया।


सर्विस लेवल प्रोसेस पर 3000 अंक

सर्विस लेवल प्रोग्रेस में 40 प्रतिशत यानी 3000 अंक रखे गए। इसके तहत देखा गया कि डिजिटल ट्रेकिंग सिस्टम लागू किया या नहीं। इसमें सफाई संबंधि व्यवस्था, स्वच्छता ऐप और सफाई मित्र सुरक्षा को भी जोड़ा गया है। इसके अलावा कचरा लिफ्टिंग की भी जानकारी। किस तरह से काम किया जा रहा है। इस पर भी बात हुई। इनमें इंदौर सबसे बेहतर रहा।

 

https://twitter.com/ChouhanShivraj/status/1576178497248428034?ref_src=twsrc%5Etfw

सिटीजन वाइस पर 2250 अंक

सिटीजन वाइस 30 प्रतिशत यानी 2250 अंक। इसमें आपदा, महामारी व अन्य विषम परिस्थितियों से निपटने के लिए किए इंतजामों की समीक्षा शामिल है। सीनियर सिटीजन की राय ली गई। इसमें भी शहर ने ज्यादा अंक स्कोर किए।

 

सर्टिफिकेशन के 2250 अंक

सर्टिफिकेशन 30 प्रतिशत यानी 2250 अंक। इसमें आपदा, महामारी व अन्य विषम परिस्थितियों से निपटने के लिए किए इंतजामों की समीक्षा शामिल है। सीनियर सिटीजन की राय ली गई। शहर ने ज्यादा अंक स्कोर किए।


इंदौरियों की आदत बन गई स्वच्छता

स्वच्छता इंदौरवासियों की आदत बन गई है। शहर या बाहर कचरा अब डस्टबिन में ही डालते हैं। इस व्यवस्था को शहर के जिम्मेदार नागरिक न केवल आत्मसात कर चुके हैं, बल्कि नागरिक प्रोटोकाल के तहत पूरे शहर के लिएलागू भी किया है। हर नागरिक इसका पालन करवाने के लिए तत्पर भी रहता है। सड़क पर गंदगी फैलाने पर किसी बच्चे द्वारा टोक देने जैसे अनगिनत नजारा यहां देखने को मिलते हैं। अब सफाई का दूसरा नाम भी इंदौर हो गया है।

 

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शहर को सुंदर बनाकर 7 स्टार का दावा मजबूत

इंदौर देश का पहला शहर होगा, जिसे सेवन स्टार का दर्जा मिलेगा। पहले सर्वेक्षण के दौरान इंदौर सिटी को फाइव स्टार रेटिंग मिली थी। आज इंदौर देश की सेवन स्टार सिटी भी हो सकती है। हमारी दावेदारी इन मानकों पर खरी उतरी।


यह है पिछले साल के नतीजे

पिछले साल देशभर के साथ ही मध्यप्रदेश के शहरों की भी रैंटिंग जारी हुई थी। जिसमें इंदौर पहले, भोपाल 7वें, ग्वालियर 15वें और जबलपुर 20वें स्थान पर आया था। इंदौर ने सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज का अवार्ड जीता था।

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