सुसाइड का यह तीसरा मामला
शहर के बड़े तालाब के पास सुसाइड करने का यह पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी आए दिन हो रहे सुसाइड को लेकर इस क्षेत्र को सुसाइड प्वाइंट क्षेत्र घोषित किया गया है। यहां पुलिस और गोताखोर की टीम 24 घंटे गश्त लगाती रहती है। लेकिन कई बार मौका मिलते ही सुसाइड करने के मामले समाने आये हैं। इस माह में सुसाइड का यह तीसरा मामला है। इसके पहले गर्भवती महिला ने तालाब में कूद कर जान दी थी।
बड़ा तालाब बन गया सुसाइड प्वाइंट
भोपाल के बड़ा तालाब में सैकड़ों सुसाइड होने के बाद अब इसे सुसाइड प्वाइंट क्षेत्र भी घोषित किया गया है। शहर की यह झील भोपाल की शान है। लेकिन यही क्षेत्र लोगों के आत्महत्या करना का इलाका बनता जा रहा है। यहां एक साल में 50 से अधिक आत्महत्या करने व सुसाइड करने की कोशिश करने के मामले सामने आये हैं।