राकेश सिंह के साथ उनकी जोड़ी और फैसले चुनावी राजनीति में भाजपा को पीछे ले जाने की बड़ी वजह मानी जा रही है। यही कारण है कि नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के साथ सुहास भगत को भी हटाने की संभावना बढ़ गई है। वहीं जातिगत समीकरण साधने के लिए भी संगठन में बदलाव किया जा रहा है। इसी समीकरण के चलते प्रभात झा के फिर से राज्यसभा जाने की उम्मीदों को भी झटका लग सकता है।
आज 4 बजे वीडी संभालेंगे कुर्सी :
वीडी शर्मा आज दोपहर शताब्दी से भोपाल पहुंचेंगे। हबीबगंज स्टेशन पर उनका भव्य स्वागत किया जाएगा। शाम चार बजे भाजपा कार्यालय में वीडी शर्मा की ताजपोशी होगी। राकेश सिंह उनको प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी सौंपेंगे। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और थावरचंद गेहलोत समेत पार्टी के सभी बड़े नेता मौजूद रहेंगे।
परंपरा बनी भाजपा में अप्रत्याशित विदाई :
जिस तरह से वीडी शर्मा की नियुक्ति और राकेश सिंह की विदाई हुई है, ये परंपरा भाजपा में नई नहीं है। इससे पहले के दो प्रदेश अध्यक्षों की भी विदाई इसी तर्ज पर हुई थी। 2012 में प्रदेश अध्यक्ष के रुप में प्रभात झा को दूसरा कार्यकाल मिलने की पूरी संभावना थी। केंद्रीय स्तर पर भाजपा के संविधान में भी बदलाव हो गया था लेकिन अचानक चुनाव के ठीक एक साल पहले प्रभात झा की जगह नरेंद्र सिंह तोमर को अध्यक्ष बना दिया गया। इस मौके पर प्रभात झा ने इस बदलाव को पोखरण विस्फोट की संज्ञा दी थी।
आज 4 बजे वीडी संभालेंगे कुर्सी :
वीडी शर्मा आज दोपहर शताब्दी से भोपाल पहुंचेंगे। हबीबगंज स्टेशन पर उनका भव्य स्वागत किया जाएगा। शाम चार बजे भाजपा कार्यालय में वीडी शर्मा की ताजपोशी होगी। राकेश सिंह उनको प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी सौंपेंगे। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और थावरचंद गेहलोत समेत पार्टी के सभी बड़े नेता मौजूद रहेंगे।
परंपरा बनी भाजपा में अप्रत्याशित विदाई :
जिस तरह से वीडी शर्मा की नियुक्ति और राकेश सिंह की विदाई हुई है, ये परंपरा भाजपा में नई नहीं है। इससे पहले के दो प्रदेश अध्यक्षों की भी विदाई इसी तर्ज पर हुई थी। 2012 में प्रदेश अध्यक्ष के रुप में प्रभात झा को दूसरा कार्यकाल मिलने की पूरी संभावना थी। केंद्रीय स्तर पर भाजपा के संविधान में भी बदलाव हो गया था लेकिन अचानक चुनाव के ठीक एक साल पहले प्रभात झा की जगह नरेंद्र सिंह तोमर को अध्यक्ष बना दिया गया। इस मौके पर प्रभात झा ने इस बदलाव को पोखरण विस्फोट की संज्ञा दी थी।
तोमर के बाद नंदकुमार सिंह चौहान प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए। एक बार फिर विधानसभा चुनाव के ऐन पहले नंदकुमार सिंह चौहान की जगह सांसद राकेश सिंह को पार्टी की कमान सौंप दी गई। ये फैसला अप्रत्याशित इसलिए था क्योंकि उस समय नरोत्तम मिश्रा, गोपाल भार्गव, राजेंद्र शुक्ला और रामपाल सिंह समेत कई दिग्गज मैदान में थे लेकिन संगठन ने चौंकाते हुए राकेश सिंह के नाम पर मुहर लगा दी। इसी परंपरा को निभाते हुए अचानक केंद्रीय संगठन ने राकेश सिंह की कुर्सी पर दूसरी पीढ़ी के नेता वीडी शर्मा को बैठा दिया।
परिवर्तन एक प्रक्रिया है, मुझे भी इसके बारे में पहले ही सूचित कर दिया गया था, और मुझे प्रसन्नता है कि एक योग्य और कर्मठ व्यक्ति के हाथों में कमान सौंपी है। हमने एक साल में 18 आंदोलन सफलतापूर्वक किए हैं।
– राकेश सिंह,पूर्व प्रदेश अध्यक्ष
वीडी शर्मा को संगठन में काम करने का लंबा अनुभव है, वे नई उर्जा के साथ काम करेंगे। राकेश सिंह को नई भूमिका के लिए शुभकामनाएं देता हंू। उनका मार्गदर्शन प्रदेश के कार्यकर्ताओं को सदैव मिलता रहेगा।
– शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री
वीडी शर्मा को संगठन में काम करने का लंबा अनुभव है, वे नई उर्जा के साथ काम करेंगे। राकेश सिंह को नई भूमिका के लिए शुभकामनाएं देता हंू। उनका मार्गदर्शन प्रदेश के कार्यकर्ताओं को सदैव मिलता रहेगा।
– शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री