इसमें मेकेनिकल, सिविल, इलेक्ट्रिकल, कंप्यूटर साइंस, फिजिक्स, मैथ, कैमेस्ट्री के छात्र-छात्राएं शामिल थे। बीयू ने पिछले दिनों अलग-अलग ब्रांच के रिजल्ट जारी किए थे। जिसमें लगभग सभी कक्षाओं का रिजल्ट 60 से 65 प्रतिशत था। हंगामा कर रहे छात्रों का कहना था कि उनकी कॉपियां गलत चैक की गईं हैं। इस पर कुलपति ने संबंधित छात्रों को बुलाकर ऑन स्पॉट उनकी उत्तर पुस्तिकाओं का अवलोकन योग्य शिक्षकों से कराया। इसमें किसी प्रकार की कोई कमी तथा गलती नहीं पाई गई। छात्रों ने अपनी गलती को स्वीकार करते हुए प्रशासन से मांफी मांगी।
बीयू ने दो दिन पहले संबंद्ध कॉलेजों का बीए प्रथम वर्ष की परीक्षा का रिजल्ट भी जारी कर दिया है। इसमें महज तीस फीसदी विद्यार्थी ही पास हो सके हैं। खराब रिजल्ट के कारण कुछ कॉलेजों में छात्रों के विरोध की भी सूचना मिली। परीक्षा में करीब 34 हजार विद्यार्थी शामिल हुए थे। इसमें करीब 10 हजार 345 विद्यार्थी पास हुए हैं। जबकि 22 हजार विद्यार्थियों को सप्लीमेंट्री दी गई है। यह रिजल्ट नई शिक्षा नीति के तहत रिजल्ट जारी किया गया था। करीब 400 विद्यार्थियों के खिलाफ नकल प्रकरण दर्ज होने के कारण रिजल्ट रोके गए हैं।
बीयू में अब हर मंगलवार होगी जनसुनवाई
बीयू में एक बार फिर प्रत्येक मंगलवार को जनसुनवाई शुरू होगी। कुलपति सचिव आईके मंसूरी ने इसके आदेश जारी कर दिए है। आदेश के तहत छात्र-छात्राओं की समस्याओं के समाधान के लिए जनसुनवाई में सभी अधिकारियों की उपस्थिति अनिवार्य होगी। बीयू द्वारा पूर्व में भी जनसुनवाई के माध्यम से छात्र-छात्राओं की समस्याओं को समाधान किया जाता था, लेकिन कोरोना के कारण बंद कर दिया गया था।